रांची: कर्नाटक के होस्पेट, बेल्लारी जिले में पिछले डेढ़ माह से बंधक बनाए गए गुमला के पांच श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री सह रांची की मेयर आशा लकड़ा ने मंगलवार को मुख्य सचिव सुखेदव सिंह को पत्र लिखा है।
लकड़ा ने मुख्य सचिव को लिखे गए पत्र में कहा है कि बंधक श्रमिकों में शामिल गुमला के कोयन्जारा गांव निवासी प्रकाश महतो ने फोन कर जानकारी दी है कि खूंटी के रानिया निवासी राहुल लकड़ा के बहकावे में आकर वे लोग 16 नवंबर को उसके साथ कर्नाटक गए थे।
उस समय प्रतिमाह 12-15 हजार रुपये मजदूरी देने की बात कही गई थी लेकिन जब काम करने गए तो मात्र दो वक्त का भोजन ही नसीब हुआ।
उन्होंने श्रमिकों के हवाले से कहा कि वे लोग डैम से मछली पकड़कर बोरा में भरने का काम करते हैं।
काम छोड़कर जाने की बात कहने पर संबंधित मछली कारोबारी (मालिक) उन्हें जान से मारने की धमकी देता है। सिर्फ यही नहीं, श्रमिकों से प्रतिदिन 18 घंटे काम कराए जा रहे हैं।
15 घंटे पानी में रहने के कारण श्रमिकों के पैर भी खराब हो गए है। श्रमिकों को न तो भरपेट भोजन दिया जा रहा है और ना ही उचित मजदूरी।
प्रतिदिन श्रमिकों के साथ मारपीट भी की जा रही है। लाचार होकर श्रमिकों ने घर वापसी की गुहार लगाई है।
बंधक बनाए गए श्रमिकों में गुमला के कोयन्जारा गांव के प्रकाश महतो, पालकोट स्थित बघिमा जबरा टोली गांव के संजू महतो और मुरकुंडा पतरा टोली गांव के सचिन गोप, राहुल गोप और मंगरा खड़िया शामिल हैं।