रांची: रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने कहा है कि मनोहरपुर के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हुए नक्सली हमला पर एसपी अजय लिंडा का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है।
क्या एसपी को अपने क्षेत्र में हो रही आपराधिक या नक्सल मूवमेंट की जानकारी नहीं होती है।
मेयर ने बुधवार को कहा कि इस घटना पर मुख्यमंत्री सह राज्य के गृह मंत्री हेमंत सोरेन की चुप्पी से स्पष्ट है कि झामुमो अपनी खामियों को छिपाने के लिए पुलिसिया तंत्र से राजनीतिक बयानबाजी कर रही है।
उन्होंने कहा कि झामुमो की सरकार में अपराधी खुलेआम आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। नक्सली संगठन बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
पुलिस और खुफिया तंत्र को क्षेत्र की गतिविधियों की पल-पल की जानकारी होती है। फिर एसपी अजय लिंडा किस आधार पर यह कह रहे हैं कि पूर्व विधायक गुरुचरण नायक ने गोयलकेरा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने की सूचना नहीं दी थी।
क्या एसपी, स्थानीय थाना प्रभारी या खुफिया तंत्र को गोयलकेरा में आयोजित इस बड़े कार्यक्रम में पूर्व विधायक के शामिल होने की जानकारी नहीं थी।
एसपी अपनी नाकामी को छिपाने के लिए इस प्रकार की गलत बयानबाजी कर रहे हैं। वे अपनी वर्दी पर लगे दाग को धोने की कोशिश कर रहे हैं।
एक एसपी की ओर से इस प्रकार का बयानबाजी करना लोमहर्षक है कि पूर्व विधायक ने गोयलकेरा क्षेत्र में अपने मूवमेंट की जानकारी पुलिस को नहीं दी थी। क्या अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र गोयलकेरा में पुलिस सक्रिय नहीं है।
यदि पुलिस सक्रिय होती तो नक्सली इतनी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पाते। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को स्वतः इस मामले को संज्ञान में लेना चाहिए। वे राज्य के मुख्यमंत्री भी हैं और गृह मंत्री भी।
उन्हें तत्काल एसपी अजय लिंडा पर कार्रवाई कर उन्हें निलंबित किए जाने की अनुशंसा करनी चाहिए।