नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को गुजरात में कच्छ के ढोर्दो की यात्रा पर जाएंगे। इस दौरान वे राज्य में कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
इन परियोजनाओं में एक खारे पानी को मीठे पानी में बदलने वाला संयंत्र, एक हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा पार्क और एक पूर्ण रूप से स्वचालित दूध प्रसंस्करण और पैकिंग संयंत्र शामिल हैं।
प्रधानमंत्री सफेद रण की यात्रा भी करेंगे और उसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे।
अपने विस्तृत तटवर्ती क्षेत्र का उपयोग करते हुए गुजरात, कच्छ के मांडवी में प्रस्तावित खारे पानी को मीठे पानी में बदलने वाले संयंत्र से समुद्री जल को पीने के पानी में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है।
यह संयत्र 10 करोड़ लीटर प्रति दिन की क्षमता के साथ नर्मदा ग्रिड, सौनी नेटवर्क और अपशिष्ट जल शोधन करके गुजरात में जल सुरक्षा की स्थिति को मजबूत बनाएगा।
यह देश में टिकाऊ और सस्ते जल संसाधन संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
मुंद्रा, लखपत, अबडासा और नखत्राणा तालुका के क्षेत्रों के लगभग 8 लाख लोगों को इस संयंत्र से साफ पीने का पानी मिल सकेगा।
बताया गया है कि भचाऊ, रापर और गांधीधाम के ऊपरी जिले भी इसके बचे हुए पानी का इस्तेमाल कर सकेंगे।
यह दाहेज (100 एमएलडी), द्वारका (70 एमएलडी), घोघा भावनगर (70 एमएलडी) और गिर सोमनाथ (30 एमएलडी) के साथ गुजरात के पांच प्रस्तावित संयत्रों में से एक होगा।
गुजरात के कच्छ जिले के विगहाकोट गांव के पास हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा पार्क देश का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन पार्क होगा।
यहां नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन 30 गीगावॉट तक पहुंचेगा।
72,600 हेक्टेयर से भी ज्यादा बड़े क्षेत्र में फैले इस पार्क में पवन और सौर ऊर्जा संचय के लिए एक समर्पित हाइब्रिड पार्क क्षेत्र होगा ।