रांची: झारखंड में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है। आम लोगों से लेकर खास तक तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। सरकारी कार्यालयों में संक्रमण के मामले बढ़े हैं।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की तबीयत भी शुक्रवार को खराब हो गयी है।
शनिवार को उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि जिम्मेदारी का निर्वाहन करते हुए एक बार फिर मैं कोरोना पॉजिटिव हो गया हूँ,कुछ दिनों से तबियत ठीक नहीं थी, टेस्ट कराया था जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं।
जो लोग भी पिछले दिनों मेरे संपर्क में आये हैं वे कोरोना जांच जरूर करवा लें, मैंने खुद को घर पर आइसोलेट किया हैं।
इधर प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह की कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
जोहार झारखंड!
जिम्मेदारी का निर्वाहन करते हुए एक बार फिर मैं कोरोना पॉजिटिव हो गया हूँ,कुछ दिनों से तबियत ठीक नहीं थी, टेस्ट कराया था जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं।
जो लोग भी पिछले दिनों मेरे संपर्क में आये हैं वे कोरोना जांच जरूर करवा लें, मैंने खुद को घर पर आइसोलेट किया हैं।
— Banna Gupta (@BannaGupta76) January 8, 2022
एनएचएम एमडी रमेश घोलप की तबीयत भी बिगड़ गई है। आईडीएसपी के स्टेट इंचार्ज डॉ राकेश दयाल भी बीमार हैं।
अब तक पांच आईएएस अधिकारी या तो पॉजिटिव हैं या कोरोना के लक्षण उभरने पर आईसोलेशन में हैं। दूसरी ओर झारखंड मंत्रालय के विभागों, पुलिस मुख्यालय, विभिन्न निदेशालयों में तैनात काफी संख्या में पदाधिकारी बीमार हैं।
यह भी एक वजह बनी शुक्रवार को मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक स्थगित होने की। सीएम सोरेन सरकार आपके द्वार कार्यक्रम और वित्तीय वर्ष 2021-22 के आय-व्यय की प्रगति की समीक्षा नहीं कर पाये।
एनएचएम में भी 22 से अधिक अधिकारी कर्मचारी पॉजिटिव हो चुके हैं। ग्रामीण विकास विभाग, कार्य विभाग, योजना सह वित्त विभाग, मनरेगा, श्रम विभाग सहित कई विभागों में कई अधिकारी, पदाधिकारी और कर्मचारी संक्रमित हुए हैं।
दूसरे विभागों में भी बीमार होने वालों की लंबी फेहरिस्त है। राज्य के पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों में भी संक्रमण के कई मामले सामने आ चुके हैं।
संक्रमण की दर को देखते हुये 15 जनवरी तक सरकार ने कई तरह की पाबंदियां लागू की है। इसी के तहत निजी और सरकारी कार्यालयों में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कार्य किया जा रहा है।