रांची: प्रदेश भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के तत्वावधान में सोमवार को राजभवन के समक्ष मौन धरना दिया गया।
यह मौन धरना पिछले दिनों पंजाब में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर दिया गया।
मौन धरना का नेतृत्व मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक अमर कुमार बाउरी ने की। इस दौरान मोर्चा के कई कार्यकर्ता पंजाब सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
मौके पर बाउरी ने कहा कि गत पांच जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक जन कल्याणकारी योजना की शुरुआत करने पंजाब के दौरे पर थे, जहां पंजाब सरकार के संरक्षण में कुछ असामाजिक तत्वों ने प्रधानमंत्री का काफिला 20 मिनट तक रोके रखा।
यह पंजाब सरकार के लिए शर्म की बात है। इस घटना की जितनी निंदा की जाये उतनी कम है। बाउरी ने कहा कि जिस जगह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिला को रोका गया, वहां से महज दस किलोमीटर की दूरी पर ही पाकिस्तान का बॉर्डर है। ऐसे में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना बड़ी ही आसानी से हो सकती थी।
बाउरी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसी पार्टी या दल के नहीं होते। उनकी सुरक्षा का जिम्मा देश के प्रत्येक नागरिक और पुलिस प्रशासन की होती है।
यदि प्रधानमंत्री किसी राज्य के दौरे पर होते हैं तो उनकी सुरक्षा का जिम्मा वहां के राज्य सरकार की होती है।
लेकिन पंजाब सरकार अपने इस जिम्मेदारी से चूक गई। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम राज्य के सभी जिले में आयोजित की जा रही है,
जहां पार्टी के कार्यकर्ता मौन धरना के बाद उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन देकर इस पूरे घटनाक्रम की गहन जांच और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।