मुंबई: दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के जीजा विशाल कीर्ति को लगता है कि हमें इस बात को लेकर अधीर नहीं होना चाहिए कि अब तक जांच एजेंसियां एसएसआर की मौत की जांच में किसी निष्कर्ष पर क्यों नहीं पहुंची हैं।
सुशांत की मौत के 6 महीने पूरे होने पर विशाल ने अपने असत्यापित खाते से ट्वीट किया, सुशांत ने अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों के बावजूद कभी सीखना और आगे बढ़ना बंद नहीं किया।
जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं और हमें सुशांत की याद में सम्मानजनक काम करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
दिवंगत अभिनेता की ओर से विशाल ने ट्विटर पर कहा कि यदि सुशांत होते तो वे अपने इस विस्तारित परिवार से क्या उम्मीद करते।
उन्होंने लिखा, सुशांत के निधन को 6 महीने हो चुके हैं।
यदि मैं खुद को उनकी जगह पर खुद को रखकर सोचूं तो मैं कल्पना करूंगा कि एसएसआर ने अपने इस विस्तारित परिवार से कहा होता कि वे ज्यादा पढ़ें, ज्यादा समझदार बनें, खुद को इंटरडिसीप्लीनरी अध्ययन को लेकर शिक्षित करें।
जिंदगी मुश्किल और अव्यवस्थित है। लिहाजा सरल उत्तरों की तलाश मत करो।
जीवन काली और सफेद नहीं है, बल्कि ग्रे है। एक बार जब आप अपने चयन के विषय में अच्छी तरह से वाकिफ हो जाते हैं, तो आप निर्माण शुरू करें।
जब हम खुद को तर्कसंगत मानते हैं तो हम भावनाओं पर सवारी करते हैं। सवार सोचता है कि यह नियंत्रण में है लेकिन यह अक्सर भावनाओं की ओर जाता है।
उन्होंने आगे कहा, डैनियल काहनमैन की पुस्तक थिंकिंग फास्ट एंड स्लो को पढ़ें और समझें कि तेजी से सोच का उपयोग कब करना है और कब धीमी गति से सोचना है।
आखिर में उन्होंने सुझाव दिया, सुशांत की स्मृति के सम्मान में हमें बेहतर इंसान बनने की प्रतिज्ञा करनी चाहिए, अधिक संवेदनशील होना चाहिए, धोखेबाज बनने से बचना चाहिए और सबसे अहम बात कि सार्वजनिक बातचीत में एक-दूसरे का सम्मान करें।
शायद यही वो सब है जो शायद सुशांत आप सभी को बताना चाहते यदि वह होते। धन्यवाद।
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को मुंबई के अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे।