रांची: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर माता-पिता अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित दिख रहे हैं।
वहीं इस बार बच्चों में कोरोना तेज बुखार और गले में दर्द की समस्या के साथ प्रवेश कर रहा है। जिसके कारण शहर के विभिन्न अस्पतालों में दर्जनों संक्रमित बच्चे भर्ती है।
संतुलित आहार की आवश्यकता
कोविड के लक्षण वायरल फ्लू की तरह ही हैं। जिससे गार्जियन अपने बच्चों का इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ प्रतीक सिन्हा ने इस स्थिति पर कहा कि ऐसे बच्चों को मल्टीविटामिन की दवाओं के साथ-साथ विटामिन सी टैबलेट्स भी दिया जा रहा है। साथ ही चिकित्सक गार्जियन को बच्चों को संतुलित आहार देने की सलाह दे रहे है।
मस्तिष्क तक पहुंचा कोरोना संक्रमण
रांची के कोकर स्थित एक निजी हॉस्पिटल में एक 8 वर्षीय इलाजरत बच्चे में अलग लक्षण पाया गया है। डॉक्टर्स के अनुसार बच्चे के मस्तिष्क तक कोरोना का संक्रमण पहुंच चुका है।
इससे पूर्व में भी ऐसी समस्याओं के साथ बच्चे पहुंचे थे। उनका इलाज तो जरूर किया गया, लेकिन वो शत-प्रतिशत ठीक नहीं हो पाया है।
इस तरह की समस्या आने पर बच्चों के शारीरिक अंगों पर प्रभाव पड़ता है। कई बच्चों के हृदय, फेफड़े, बोलने और चलने में समस्या हुई है।
डॉ प्रतीक ने कहा कि कोविड मल्टी ऑर्गन डिजीज है और ये शरीर के कई अंगों को प्रभावित करता है। बच्चों के लिए इलाज का कोई प्रोटोकॉल तय नहीं किया गया है। उनका इलाज सपोर्टिव ट्रीटमेंट के माध्यम से किया जा रहा है।