रांची: राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने शुक्रवार को झारखंड वासियों को मकर संक्रांति की बधाई दी है।
उन्होंने कहा कि झारखण्ड वासियों के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि, खुशहखली का वास हो। मौके पर मंत्री रामेश्वर उरांव और कांग्रेस नेता आलोक दुबे आदि ने पतंग भी उड़ाया।
अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उरांव ने कहा सूर्य की किरणों की तरह भाईचारा और राज्य के विकास की किरणें हर घर तक पहुंचे यही कामना करता हूं।
मकर संक्रांति के पर्व को बेहद पुण्य पर्व माना जाता है। कहा जाता है कि इस पर्व से ही शुभ कार्यों की शुरुआत होती है।
क्योंकि मकर संक्रांति के दिन से ही सूर्य उत्तर की ओर गमन करने लगता है। ऐसे में पुनीत कार्यों के शुरुआत का जश्न मनाने का यह त्यौहार है।
मकर संक्रांति के पर्व पर पतंग उड़ाना सेहत के लिए विशेष रूप से लाभकारी माना गया है।
वैज्ञानिक तथ्यों के अनुसार उत्तरायण में सूर्य की गर्मी शीत के प्रकोप एवं शीत के कारण होने वाले रोगों को समाप्त करने की क्षमता रखती है।
ऐसे में घर की छतों पर जब लोग पतंग उड़ाते हैं तो सूरज की किरणे़ एक औषधि की तरह काम करती हैं। इसलिए मकर संक्रांति के दिन को पतंग उड़ाने का दिन भी कहा जाता है।
वहीं दूसरी ओर उरांव ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए जीवन और जीविका को आगे बढ़ाना है।
आर्थिक गतिविधियां चालू रहेगी। नौ जनवरी को उड़ीसा की अर्थव्यवस्था एवं राजस्व संग्रहण को देखने के लिए जाना था लेकिन कोरोना महामारी की वजह से नहीं जा सके। लेकिन सरकार स्टडी कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड अलग राज्य बने 20 साल हो गए। वित्त मंत्री रहते हुए महसूस किया कि राजस्व संग्रहण में पूर्व में लोगों ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया।
यदि ध्यान दिया जाता तो राजस्व संग्रह ज्यादा हो सकता था। सरकार का उद्देश्य अगर योजनाओं के लिए खर्च करना है तो राजस्व बढ़ाना भी हमारी जिम्मेदारी है।
बिहार और उड़ीसा का स्टडी वे कर रहे हैं। निश्चित तौर पर राज्य में अपार संभावनाएं हैं जहां राजस्व संग्रहण को आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि पेट्रोल के कीमत को 25 रुपये कम करने को लेकर सरकार कसरत कर रही है।
कोरोना लहर के आने के वजह से कई योजनाएं धीमी पड़ जाती हैं। दूसरी लहर में हेमन्त सरकार के प्रयासों की देशभर में सराहना हुई है।
सरकार कोरोना के बढ़ते प्रभाव पर नियंत्रण भी रखेंगे और आम जनता के लिए योजनाओं को भी क्रियान्वित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि अर्थव्यवस्था कमजोर नहीं पड़ने चाहिए। एक अन्य सवाल के जवाब में उरांव ने कहा कि वैसे चार लाख राशन कार्ड धारी जिन्होंने पिछले आठ दस महीने में राशन का उठाव नहीं किया है उनका कार्ड निरस्त किया जाएगा। लगभग एक लाख लोगों का राशन कार्ड कैंसिल किया गया है।