कोलकाता: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पश्चिम बंगाल के अलीपुर डिवीजन अंतर्गत न्यू दोमुहानी रेवे स्टेशन के पास 15633 बीकानेर गुवाहाटी एक्सप्रेस दुर्घटना स्थल का दौरा किया है।
गुरुवार शाम 5:00 बजे दुर्घटना होने के बाद देर रात रेल मंत्री घटनास्थल के लिए रवाना हो गए थे। आधी रात तक वे हावड़ा स्टेशन पर पहुंच गए, जिसके बाद विशेष ट्रेन से घटनास्थल के लिए रवाना हुए।
शुक्रवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचकर उन्होंने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया। रेल मंत्री ने कहा, “यह बहुत ही दुखद घटना है। राहत और बचाव कार्य खत्म हुआ है।
मैं खुद हालात का जायजा लेने आया हूं। जांच शुरू हो गई है। उच्चस्तरीय जांच हो रही है। जो लोग मारे गए हैं उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
प्रधानमंत्री सीधे तौर पर हालात पर नजर रख रहे हैं। मैं यहां दुर्घटना के मूल कारणों को जानने के लिए आया हूं। प्रधानमंत्री लगातार मेरे संपर्क में हैं और घटना के बारे में खोज खबर ले रहे हैं।”
रेल मंत्री के साथ रेलवे बोर्ड के चेयरमैन भी मौजूद थे, जिन्होंने जांच प्रक्रिया अपनी निगरानी में शुरू कराई है।
इसके अलावा रेलवे बोर्ड के डीजी (सेफ्टी) भी मौजूद थे। किसी यांत्रिक गड़बड़ी की वजह से दुर्घटना हुई है या रेलवे लाइन में कोई समस्या थी, इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी की प्रारंभिक रिपोर्ट का इंतजार
रेलवे के जनरल मैनेजर अंशुल गुप्ता ने कहा, “दुर्घटना किस वजह से हुई है फिलहाल इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता। कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी ने अपनी निगरानी में इसकी जांच शुरू की है। इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि अभी तक नौ लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 36 लोग घायल हैं। इनमें से भी छह और लोगों की हालत गंभीर है। इनमें से कुछ लोगों को उत्तरबंग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी रेफर किया गया है।
क्या कहना है अस्पताल अधीक्षक का
जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के अधीक्षक गयाराम नस्कर ने कहा कि मेडिकल बोर्ड गठित हुआ है और हादसे में जान गंवाने वाले लोगों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।
घायलों के इलाज के लिए भी डॉक्टरों की विशेष टीम गठित हुई है।
जो लोग गंभीर हैं अथवा जिंदगी बचाना संभव नहीं दिख रहा, उन्हें रेफर करने के बारे में भी सोचा जा रहा है। उन्होंने आशंका जताई है कि कुछ अन्य लोगों की मौत हो सकती है।
रात भर चला राहत और बचाव कार्य
दुर्घटनास्थल पर सारी रात राहत और बचाव अभियान चलाया गया है।
सुबह घने कोहरे के बीच भी केंद्रीय और राज्य पुलिस के जवानों के साथ मिलकर स्थानीय लोग और विभिन्न संस्थाओं ने लोगों को बचाने का काम किया है।
यहां राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, बीएसएफ, सशस्त्र सीमा बल के जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। दुर्घटना में ट्रेन के दो डिब्बे पलट कर पूरी तरह से मुड़ गए हैं।
उनमें बचे हुए लोगों को बचाने के लिए अभी भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। गैस कटर से रेलवे के डिब्बों को काटने का काम हो रहा है। खबर लिखे जाने तक बहुत सारे लोगों को बचा लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि दुर्घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस बारे में बात की थी।
इसके अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ममता बनर्जी से इस संबंध में फोन पर बात की थी।
ट्रेन में करीब 1053 लोग सवार थे। दावा है कि अभी भी कोई लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल