इस्लामाबाद: समृद्ध पाकिस्तानी नागरिकों से आर्थिक मदद लेकर अफगानिस्तान में चल रहे आर्थिक संकट को दूर करने की पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की कोशिशों को जोरदार झटका लगा है।
पाकिस्तान स्टेट बैंक ने इमरान सरकार द्वारा प्रस्तावित अफगानिस्तान मदद कोष (अफगानिस्तान रिलीफ फंड) की शुरुआत करने से साफ इनकार कर दिया है। इसके पीछे पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय पाबंदियों के डर को कारण बताया गया है।
पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के अनुसार पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने इमरान सरकार के अफगानिस्तान रिलीफ फंड की शुरुआत के प्रस्ताव को वापस करते हुए इस पर पुनर्विचार का आग्रह किया है।
बैंक ने कहा है कि ऐसे किसी कोष की स्थापना करने पर पाकिस्तान को फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की पाबंदियों का सामना करना पड़ सकता है।
इमरान सरकार ने पाकिस्तान व विदेशों में रहे रहे समृद्ध लोगों से अफगानिस्तान की मदद के लिए धन जुटाने के मकसद से अफगानिस्तान रिलीफ फंड की स्थापना का फैसला लिया था।
बीते माह पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने तुरंत यह कोष स्थापित करने के निर्देश जारी किये थे, ताकि अफगानिस्तान को मानवीय सहायता मुहैया कराने में कोई अड़चनें न आएं।
इमरान सरकार ने स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के गवर्नर से उक्त कोष की स्थापना के रास्ते में आ रही बाधाएं दूर करने को कहा था।
इस पर स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के इनकार व आपत्तियों को वापस सरकार को भेज दिया गया है।
अब इमरान सरकार को फैसला लेना है कि वह अफगानियों की मदद के लिए किस हद तक अंतरराष्ट्रीय पाबंदियों को स्वीकार कर सकती है।