उत्तरकाशी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘लोकल फॉर वोकल’ के आह्वान से प्रेरित होकर रवांई घाटी के दो युवक और एक युवती ‘स्वाद और मेरा पहाड़, मेरा रोजगार’ का नारा देते हुए ‘रंवाल्टा जी प्राइवेट लिमिटेड’ के जरिये डेढ़ माह में करीब 15 लाख रुपये का अचार और नमक बेचकर सुर्खियों में आ गए हैं।
उन्होंने हाल ही में ‘रंवाल्टा जी प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी का पंजीकरण कराया है।
‘रंवाल्टा जी प्राइवेट लिमिटेड’ के कर्ता-धर्ता रवांई घाटी के कोटियाल गांव एवं भाटिया गांव के शशि मोहन रावत, योगेश बंधानी और आशिता डोभाल हैं।
शशि मोहन का कहना है कि कंपनी का उद्देश्य पहाड़ के उत्पादों को बाजार में पहचान दिलवाने के साथ देश के दूसरे हिस्से में रह रहे उत्तराखंड के प्रवासियों को पहाड़ का चावल, दालें, अचार,चटनी, नमक आदि उपलब्ध करवाना है।
शशि मोहन के मुताबिक अचार, नमक, पुरोला रमासेरांई के लाल चावल और पहाड़ी अखरोट को दिल्ली, देहरादून, जयपुर, भोपाल, हैदराबाद आदि शहरों में पहुंचाया गया है।
लोगों के स्वाद को चटपटा करने के लिए घर में परम्परागत तरीके से तैयार सिलबट्टे के नमक और बड़े नींबू की खटाई (मोच्छार) को भी लोग पसंद कर रहे हैं।