रांची: आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय की पहल पर देश के सभी स्मार्ट शहरों में ओपन डाटा डे का आयोजन किया गया।
एक सप्ताह से चल रहे ओपन डाटा सप्ताह के समापन पर शुक्रवार को रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन और रांची नगर निगम की ओर से भी एक वेबिनार का आयोजन किया गया।
इस वेबिनार में ओपन डेटा के स्रोत, इसके महत्व, इसकी उपलब्धता इत्यादि पर विशेषज्ञों नें अपनी अपनी राय रखी।
रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के महाप्रबंधक (तक्नीकि) राकेश कुमार नंदक्योलियार ने अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन सभी शहरों में डेटा के संकलन एवं लोगों के लिए डेटा उपलब्धता पर लगातार काम कर रहा है।
इस मौके पर जेवियर इन्स्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विसेज रांची के असिस्टेंट प्रो भवानी प्रसाद महापात्रा ने मुख्य वक्ता के रुप में डेटा की परिभाषा से लेकर उसके संकलन, उसके उपयोग और खासकर स्मार्ट सिटी की दिशा में इन डाटा के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में ओपन डेटा से लोगों तक पहुंचने और उनको राहत दिलानें में विभिन्न एजेंसियों को काफी आसानी हुयी है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की एजेंसियां हों या राज्य सरकार की एजेंसी, नागरिकों के लिए कई प्लेटफॉर्म पर डेटा उपलब्ध है।
लेकिन जरुरत है कि लोग डेटा को लेकर जागरुक हों और उसका उपयोग सकारात्मक दिशा में करें।
भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान रांची के असिस्टेंट प्रो जयदीप पत्ती ने भी डेटा के महत्व और उपयोग पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि डेटा के सहयोग से एक नागरिक भी सरकार द्वारा नीति निर्धारण में अपनी सहभागिता निभा सकता है।
ओपन डेटा के माध्यम से नए नए बिजनेस मॉडल को विकसित किया जा सकता है जिससे समाज आर्थिक रुप से सुदृढ़ होगा।
इस कार्यक्रम में ऑनलाईन माध्यम से एक्सआईएसएस के निदेशक अमर इरोन तिग्गा और कई छात्र, डीपीएस स्कूल के कई छात्र, रांची नगर निगम के कई पदाधिकारी, कर्मचारी, रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के कई पदाधिकारी, नगर विकास एवं आवास विभाग झारखंड के पदाधिकारी आदि शामिल हुए।