कोडरमाः पूर्व मंत्री व कोडरमा की बीजेपी विधायक डाॅ नीरा यादव ने झारखंड के पारा शिक्षकों को शुभकामनाएं देते व राज्य की हेमंत सरकार द्वारा दिए गए लाभ की तुलना पहले वाली सरकार से की हैै।
उन्होंने कहा है कि हेमंत सरकार की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का फर्क है। राज्य के पारा शिक्षकों का सम्मान बीजेपी ही रख सकती है।
वर्तमान सरकार दौड़ती कम और हांफती ज्यादा है। इनका काम सिर्फ अपनी पीठ थपथपाना है।
हमारी पूर्व की सरकार के पैटर्न पर ही इन्होने पारा शिक्षकों की मांगों को लेकर घोषणाएं की है। इसमें नया कुछ नहीं है, सिर्फ समझने का फेर है।
दोनों सरकार की तुलना में सामने आ जाएगी सारी हकीकत
डाॅ नीरा यादव ने बताया कि पारा शिक्षकों से संबंधित हमारी सरकार और हेमंत सरकार की घोषणाओं में तुलना करने पर सारी हकीकत सामने आ जाएगी।
60 साल तक पारा शिक्षकों को नहीं हटाने की बात तो ही नियमावली में पहले से थी और इन्होंने भी वही कहा है।
शिक्षकों को ईपीएफ का लाभ पहले देने की घोषणा की गई थी। मेडिकल लिव या अवकाश अवधि का मानदेय पहले से निर्धारित चला आ रहा है।
दो साल का तो हो गया न नुकसान
मानदेय में हरे साल तीन परसेंट महंगाई भत्ता के नाम पर पूर्व की हमारी सरकार के समय से ही प्रस्तावित था, जिसे अब 4 फीसदी किया गया है।
उन्होंने हेमंत सरकार पर कटाक्ष किया, इसमें भी इस सरकार का दो साल बीतने के बाद घोषणा की है।
गुजरे दो साल का तो नुकसान हो ही गया। हमारी सरकार ने भी इन शिक्षकों द्वारा हड़ताल अवधि को टूट न मानते हुए निरंतर माना था।