नई दिल्ली: पाकिस्तान में अधिकांश कोविड-19 परीक्षण गलत परिणाम दे सकते हैं, क्योंकि देश में प्रयोग हो रही अधिकतर टेस्टिंग किट घटिया क्वालिटी की हैं।
एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने यह जानकारी दी है, जिनके अनुसार, देश में लगभग 80 प्रतिशत आयातित परीक्षण किट घटिया गुणवत्ता की हैं।
फ्राइडे टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में कोविड-19 परीक्षण के संबंध में कोई समान राष्ट्रीय नीति नहीं है, जिसके परिणामस्वरूप अनियमित परीक्षण प्रथाएं और कई स्वास्थ्य सुविधाओं में निम्न-गुणवत्ता वाली किट का उपयोग होता है।
डॉव यूनिवर्सिटी ओझा परिसर में पैथोलॉजी के प्रोफेसर सईद खान के अनुसार, देश भर में उपयोग की जाने वाली अधिकांश परीक्षण किटों में मानवीय त्रुटि की उच्च संभावना है।
फ्राइडे टाइम्स ने प्रोफेसर के हवाले से कहा, अगर किसी मरीज का नमूना लिया जाता है और उसे धूप या गर्म स्थान पर रखा जाता है, तो परिणाम मौलिक रूप से भिन्न होंगे।
उन्होंने बताया कि जहां देश के कुछ बड़े अस्पताल यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) से स्वीकृत, उच्च गुणवत्ता वाले परीक्षण किट का संचालन कर रहे हैं, वहीं छोटी प्रयोगशालाओं ने अविश्वसनीय, सस्ती किट का उपयोग किया है।
पाकिस्तान ने चीन, तुर्की, अमेरिका और कई यूरोपीय देशों से कोविड-19 डायग्नोस्टिक किट का आयात किया है।
खान ने गैर-एफडीए अनुमोदित किटों के उपयोग को रोकने के लिए सख्त परीक्षण नियमों की सिफारिश की, साथ ही साथ संक्रामक रोगों (जैसे कोविड-19) के निदान पर एक समान राष्ट्रीय नीति पर भी जोर दिया।
पाकिस्तान ने शुक्रवार को पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जब देश ने 2020 की शुरूआत में महामारी शुरू होने के बाद से सबसे अधिक नए दैनिक मामले दर्ज किए थे।
वर्तमान में संक्रामक ओमिक्रॉन-वैरिएंट के साथ देश में पांचवीं लहर चल रही है। राष्ट्रीय कमान और संचालन केंद्र (एनसीओसी) ने बताया कि कोविड-19 पॉजिटिविटी रेट लगभग 11 प्रतिशत पर बनी हुई है।