रांची/बोकारो: झारखंड के प्रशासनिक महकमे में उस समय हड़कंप मच गई, जब राज्य में एक जिले के सदर अस्पताल की अव्यवस्था का मामला सीएम हेमंत सोरेन तक पहुंच गया।
सीएम ने तुरंत जिले के उपायुक्त को फटकार लगाते हुए अविलंब व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए उपायुक्त को चेतावनी देते हुए कहा कि यह स्थिति बर्दाश्त के बाहर है, अविलंब संज्ञान लेते हुए स्थिति में सुधार करें। मामला बोकारो सदर अस्पताल की बदहाल व्यवस्था का है।
क्या है मामला
दरअसल, बोकारो सदर अस्पताल में लापरवाही और बदहाली का आलम यह है कि मरीजों को बेडशीट तक नसीब नहीं हो रहा है।
डॉक्टर अपनी ड्यूटी पर नहीं रहते हैं। अस्पताल के अंदर जो जांच घर है, उसमें ताला लटक रहा है। इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बेवजह बार-बार दौड़ाया जा रहा है।
.@BokaroDc यह स्थिति बर्दाश्त के परे है।
अविलम्ब संज्ञान लेते हुए सदर अस्पताल की स्तिथि में गुणवत्तापूर्ण सुधार करें। https://t.co/X0j7lcE5O3
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) January 23, 2022
ऐसे सीएम तक पहुंचा मामला
मामले में अफजल खान नामक युवक ने सीएम हेमंत सोरेन व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के संज्ञान में ट्विटर के जरिए लाया।
आरोप है कि कोरोना की तीसरी लहर में सभी सरकारी अस्पतालों को दुरुस्त रखने के सरकार के आदेश के बावजूद बोकारो सदर अस्पताल की हालत बेहद दयनीय है।
अस्पताल में भर्ती मरीजों को नर्सों के भरोसे छोड़ दिया जाता है। गंदगी इतनी है कि दुर्गंध के मारे वार्ड में खड़ा होना तक मुश्किल है।