रांची: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सोमवार को रिम्स अस्पताल में जन औषधि केंद्र का उद्घाटन किया। जन औषधि केंद्र में वर्तमान में 250 से अधिक दवाइयां उपलब्ध हैं।
इस अवसर पर बन्ना गुप्ता ने कहा कि इस जन औषधि केंद्र के शुरू होने से मरीजों को काफी राहत मिलेगी। यह जन औषधि केंद्र 24 घंटे और सात दिन खुली रहेगा।
ऐसे में मरीजों को दवा के लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फिलहाल केंद्र में 250 से अधिक दवाइयां उपलब्ध हैं। जल्द ही इस केंद्र से 750 तरह की दवाइयां मिलने लगेंगी।
उल्लेखनीय है कि जन औषधि केंद्र में जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराई जाएगी, जो ब्रांडेड की तुलना में काफी सस्ती होंगी।
विंध्या मेडिकल को टेंडर के माध्यम से इसके संचालन का जिम्मा दिया गया है। संचालक के अनुसार जन औषधि केंद्र में दवाएं सस्ती होंगी।
मरीजों को प्रिंट रेट से सात प्रतिशत कम कीमत पर दवाएं मिलेंगी। इससे रिम्स में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को राहत मिलेगी।
दूसरी ओर रिम्स जन औषधि केंद्र के उद्घाटन के दौरान एक अजीबो-गरीब घटना घटी। जब न्याय की गुहार लगाते हुए एक महिला उर्मिला देवी ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का पैर पकड़ लिया।
बताया जाता है कि वह महिला गिरिडीह जिले की हीरोडीह थाना क्षेत्र की रहने वाली है। उर्मिला देवी स्वास्थ्य मंत्री से न्याय की गुहार लगाते हुए गिड़गिड़ाने लगी।
महिला ने कहा कि उसके पति की हत्या पांच जून को कर दी गयी। हत्या करने वाला व्यक्ति उसके घर के बगल में ही रहता था। आरोपित का नाम पंकज है।
घटना के संदर्भ में हीरोडीह थाना में मामला दर्ज करवाया है, लेकिन छह महीना बीत जाने के बाद भी अब तक आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने मौके पर से ही गिरिडीह एसपी को फोन किया और एक घंटे में मामले की पूरी जानकरी देने को कहा।
मंत्री ने कहा कि जिले के हीरोडीह थाना में कांड संख्या 124/20 और धारा 320 के तहत मामला दर्ज किया गया है लेकिन महिला को अब तक न्याय नहीं मिला है।
उर्मिला देवी ने कहा कि मेरे पति नरेश पंडित की हत्या बगल के ही रहने वाले पंकज ने कर दी है। महिला ने बताया कि मुम्बई में उसके पति की हत्या करवा दी गयी है।
शव टंकी से मिला था। वह जब भी थाना जाती है, तो पुलिस वाले धमकी देते हैं।