रांची: रांची के मोरहाबादी में बुधवार को राज्यपाल रमेश बैस ने तिरंगा झंडा फहराया और परेड की सलामी ली। समारोह स्थल सहित चारों तरफ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
सुरक्षा को लेकर तीन आईपीएस, आठ डीएसपी, 26 इंस्पेक्टर और 90 दरोगा के अलावा एक हजार जवान को लगाया गया था।
इसके अलावा आयोजन स्थल के समीप रैप की टीम और एटीएस हीट की पांच टीम मौजूद थी। एटीएस हिट की एक टीम में 45 पुलिसकर्मी शामिल थे। झारखंड जगुआर से बम निरोधक दस्ता की भी दो टीमों को तैनात किया गया था। क्यूआरटी की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया था।
कोरोना को लेकर समारोह स्थल पर बच्चे और बुजुर्गों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। साथ ही बिना मास्क के कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश की अनुमति नहीं थी।
सशस्त्र बल के संयुक्त परेड में सेना, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, जैप एक और दस, जैप दस महिला बटालियन, झारखंड जगुआर, एसएसबी, होमगार्ड ग्रामीण, रांची जिला पुलिस और फायर ब्रिगेड के प्लाटून शामिल थे। वहीं, दूसरी ओर सेना के अलावा सीआरपीएफ, जैप, होमगार्ड और जैप दस महिला बटालियन की बैंड डिस्प्ले ने लोगों का मन मोह लिया।
मोरहाबादी मैदान में झारखंड सरकार के दस विभाग पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, वन पर्यावरण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, पर्यटन कला-संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड की झांकी शामिल थी।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर टाना भगत की टोली द्वारा झांकी प्रस्तुत कर गणतंत्र की रक्षा करने का संदेश दिया गया। साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा झांकी प्रस्तुत कर लोगों को सरकारी योजना के बारे में जानकारी दी गई।
कोरोना के कारण मोरहाबादी मैदान में सीमित संख्या में लोग गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए। दर्शक दीर्घा से लेकर वीआईपी गैलरी तक में लोग मास्क लगाए बैठे दिखे।
गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में गांधीजी के अनुयायी टाना भगत भी मौजूद थे। मुख्य मंच पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, कैबिनेट सचिव वंदना डाडेल,डीजीपी नीरज सिन्हा, सीएम के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का , डीसी छवि रंजन,एसपी सुरेंद्र कुमार झा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।