नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के मौके पर तिहाड़ जेल के कैदियों ने पूरे जश्न के साथ गणतंत्र दिवस पर अद्भुत कार्यक्रम किये।
कैदियों ने हेलिकॉप्टर और फाइटर प्लेन बनाकर हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर तिहाड़ जेल मुख्यालय में डीजी संदीप गोयल ने झंडा फहराया। इस मौके पर कैदियों की सजा में छूट की भी घोषणा हुई।
जेल नम्बर दो के कैदियों ने अपने बैंड को तमिलनाडु स्पेशल पुलिस (टीएसपी ) जावनों के बैंड के साथ परफॉर्म किया। इस बैंड की धुन उन्होंने तिहाड़ जेल मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में बजाया।
वहीं दूसरी तरफ जहां परेड के दौरान राजपथ पर फाइटर जेट के करतब देखकर लोग दंग रह गए। वहीं तिहाड़ के जेल नंबर आठ और नौ के कैदियों के आर्ट और क्राफ्ट ग्रुप ने हेलिकॉप्टर और फाइटर प्लेन के मॉडल बनाये।
तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल यह पूरी जानकारी गुरुवार को साझा की। उन्होंने बताया कि अलग-अलग जेलों में कैदियों की सकारात्मक सोच को लगातार विकसित करने के लिए ऐसे कार्यक्रम अनवरत चलते रहते हैं।
जिससे इन्हें सकारत्मक सोच के साथ समय बिताने में तो मदद मिलती ही है। साथ ही सजा पूरी होने पर अपने इसी हुनर के दम पर ना इन्हें रोजगार का अवसर भी मिलता है। बल्कि समाज की मुख्यधारा में भी शामिल होने में आसानी होती है।
डीजी के अनुसार 26 जनवरी पर दिल्ली सरकार द्वारा कुछ कैदियों की सजा को कम करने की भी घोषणा की गई।
जिसके तहत महिला कैदियों जिनकी उम्र 65 साल से अधिक है और जिन्हें 10 साल से अधिक की सजा मिली हुई है उन्हें तीन महीने की छूट, जबकि जिन्हें पांच साल से अधिक की सजा है उन्हें दो महीने की छूट, जिन्हें एक से पांच साल तक कि सजा है उन्हें एक महीने की छूट, और जिन्हें एक साल तक कि सजा है उन्हें 20 दिन की छूट दी गयी है।
इसी क्रम में बाकि कैदी जिन्हें 10 साल से अधिक की सजा है उन्हें 60 दिन की, जिन्हें पांच से 10 साल की सजा है उन्हें 45 दिन का, जिन्हें पांच साल तक कि सजा है उन्हें 30 दिन का और जिन्हें एक साल की सजा मिली है उन्हें 15 दिन की सजा में छूट दी गयी है।
इस छूट से रेप, आतंकी घटनाओं या अन्य जघन्य अपराध के कैदियों को बाहर रखा गया है। जिन कैदियों को सजा में छूट दी गयी है उसका आधार उनका जेल में बिताए अच्छे व्यवहार के आधार पर दिया गया है।