रांची: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार राज्य की जनता को गुमराह कर रही है।
प्रकाश गुरूवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। केंद्र द्वारा दिये जाने वाले कर हस्तांतरण एवं सहायता राशि पर प्रकाश ने हेमन्त सरकार को देश की सबसे निकृष्ट सरकार बताते हुए कहा कि हेमन्त सरकार ने जनता को झूठ बोलकर सत्ता में आई और आज भी जनता को गुमराह कर रही है।
यह सरकार केंद्र पर कर हस्तांतरण एवं सहायता अनुदान के झूठे आरोप लगाते रही है।
जबकि सच यह है कि 2009 से 2014 के बीच यूपीए सरकार ने झारखंड को 35,998 करोड़ कर हस्तांतरण किया जबकि 21,069 करोड़ सहायता अनुदान दिया।
इसके इतर 2014 से 2019 के बीच एनडीए की सरकार ने झारखंड को 89,648 करोड़ कर हस्तांतरण किया जबकि 44,641 करोड़ सहायता अनुदान दिया।
कुल मिलाकर देखे तो 2009 से 14 और 2014 से 19 के बीच 149.04 प्रतिशत कर हस्तांतरण में बढ़ोतरी हुई, जबकि 111.88 प्रतिशत सहायता अनुदान में वृद्धि हुई।
जबकि 2019 से 2022 के बीच केंद्र सरकार ने झारखंड को 62,315 करोड़ कर हस्तांतरण किया और 45,362 करोड़ सहायता अनुदान दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के तुलना में भी ज्यादा पैसा हेमन्त सरकार को दिया गया है। औसतन प्रत्येक वर्ष देखा जाए तो 2009 से 14 में झारखंड को प्रत्येक वर्ष 7199.6 करोड़ जबकि 2014 से 19 में 17,929.6 करोड़ एवं 2019 से 22 के बीच 20,771.6 करोड़ कर हस्तांतरण किया गया।
जबकि सहायता अनुदान के तहत 2009 से 14 में प्रत्येक वर्ष 4213.8 करोड़ जबकि 2014 से 19 में 8928.2 करोड़ व 2019 से 22 के बीच (लगभग दो गुना) 15,120.6 करोड़ सहायता अनुदान दिया गया। वहीं दूसरी ओर 2019 से 14 जनवरी 2022 तक 11,008 करोड़ रुपया आवंटित किया गया।
उन्होंने कहा कि हेमन्त सरकार वित्तीय कुप्रबंधन की शिकार हो गयी है। बजट के पैसे खर्च करने में असफल रहे मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री झूठ का सहारा ले रहे हैं।
कोरोना काल में भी हेमन्त सरकार ने जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया। अनाज सड़ते रहे पर जनता को बांटा भी नहीं गया।
उन्होंने कहा कि सरकार की विफलता का परिणाम है कि भारत वर्ष की सबसे पिछड़े नौ जिले झारखंड के हैं। हेमन्त सरकार बजट के पैसे खर्च करने में असफल साबित हुई है।
प्रेसवार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह और रंजीत चन्द्रवंशी शामिल थे।