इस्लामाबाद: पाकिस्तान के आर्थिक हालात भले ही बिगड़ रहे हो पर वह सामरिक रूप से भारत के मुकाबले सशक्त होने के लिए तत्पर है अब उसने भारत से मुकाबला करने के लिए चीन से एसएच-15 होवित्जर तोप को खरीदा है।
इस हॉवित्जर को मुख्य रूप से पहाड़ी इलाकों में भारत के साथ लगी सीमा पर तैनात किया जाएगा। चीन में बना यह हथियार 155 एमएम के गोले दाग सकता है।
इस होवित्जर को ट्रक की चेचिस पर फिट किया गया है। ऐसे में इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पर कम समय में तैनात किया जा सकता है।
रिपोर्ट है कि पाकिस्तान ने चीन से 2019 में 236 एसएच-15 155 एमएम होवित्जर खरीदने की डील की थी। इसमें से कुछ यूनिट को इसी साल पाकिस्तान को सौंपा गया है।
2018 में भी यह होवित्जर कराची में एक डिफेंस एक्सपो में दिखाई दिया था। यह भी बताया गया था कि पाकिस्तान ने इस होवित्जर की टेस्टिंग भी कराची के पास के पहाड़ी इलाकों में की थी।
चीन का यह नया 155 मिमी ट्रक-माउंटेड होवित्जर पहली बार 2017 में दिखाई दिया था। एसएच-15 होवित्जर चीन के पुराने एसएच-1 तोप की डिजाइन पर आधारित है।
इसे मुख्य रूप से निर्यात करने के लिए बनाया गया था। अब चीन ने नए एसएच-15 होवित्जर में कई सुधार किए हैं।
एसएच-15 को चीनी सेना ने 2018 या 2019 में पीसीएल-181 (पीसीएल-181 चीन) के नाम से अपनी सेना में शामिल किया था।
इस होवित्जर को चीन की पुरानी पीएल-66 फील्ड होवित्जर की जगह तैनात किया गया था। चीन ने पहली बार 2019 में एक सैन्य परेड के दौरान इस ऑपरेशनल होवित्जर को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया था।
पीसीएल-181 होवित्जर की रेंज 53 किलोमीटर बताई जाती है। यह होवित्जर 155 एमएम के नाटो गोला-बारूद के साथ-साथ स्वदेशी गोला-बारूद को भी फायर करने में सक्षम है।
इसे ऑपरेट करने के लिए कुल पांच क्रू मेंमर्स की जरूरत होती है। इस हथियार को 6गुणा6 पहियों वाले शानक्सी ट्रक की चेसिस पर फिट किया गया है।
इस ट्रक का केबिन बुलेटप्रूफ बनाई गई है। केबिन में लगी खिड़कियां और विंडशील्ड बुलेटप्रूफ हैं। इसके एक ट्रक पर 60 राउंड गोला-बारूद लेकर जाने के लिए चार बॉक्स लगे हुए हैं।