न्यूज़ अरोमा रांची: भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि किसान आंदोलन में अब झारखंड के किसान भी शामिल होंगे।
इसके लिए 22 दिसंबर को किसानों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना होगा।
भट्टाचार्य बुधवार को राज्य कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि झारखंड के कितने किसान आंदोलन में शामिल होंगे यह अभी तय नहीं हुआ है।
वही 28 दिसंबर से 16 जनवरी तक मालिक की ओर से व्यापक जन आंदोलन चलाया जाएगा।
इस दौरान केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जिला मुख्यालय में आंदोलन चलाया जाएगा। इस क्रम में एक कार्यक्रम गिरिडीह के बगोदर में किया जाएगा।
मौके पर बगोदर विधायक विनोद सिंह ने कहा कि 28 दिसंबर को राज्य में वादा निभाओ कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। इसमें राज्य सरकार के 1 साल पूरा होने पर उनके वादों को याद दिलाया जायेगा।
विनोद सिंह ने कहा कि राज्य सरकार को सत्ता में आए 1 साल हो गया।
इस दौरान सरकार को पूरा अवसर मिला और होना काल के बाद राज्य में अभी स्थिति सामान्य हो रही है।
ऐसे में जरूरी है कि राज्य सरकार को आम जनता से किए वादों की जानकारी दी जाए। इस दौरान भाकपा राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद समेत अन्य लोग मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को जब किसी कानून पास कराना था तो उसने संसद का विशेष सत्र बुला लिया।
तब केंद्र सरकार को कोरोना महामारी का भय नहीं लगा। आप जब किसानों का आंदोलन व्यापक रूप ले लिया है और किसान बैठे हुए हैं तो सरकार को इसकी सुध नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द विशेष सत्र बुलाकर इस कानून को रद्द करें।
लेकिन केंद्र सरकार ऐसा नहीं कर रही है, जो दर्शाता है कि केंद्र सरकार के लिए किसान प्राथमिकता है या नहीं।