जमशेदपुरः जिले के करीब 65 सहायक शिक्षकों (पारा शिक्षक) को पिछले ढाई साल से मानदेय नहीं मिलने के कारण उनके परिवारों की दयनीय स्थिति हो गई है।
जुलाई 2019 से लेकर दिसंबर 2021 तक के मानदेय का भुगतान नहीं होने से परिवार के समक्ष भुखमरी की नौबत आ गई है।
ऐसे में एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर मानदेय भुगतान जल्द करवाने का आग्रह किया है।
क्या है मामला
ज्ञापन में कहा गया कि विभिन्न प्रखंडों में कार्यरत अप्रशिक्षित एनसी प्रशिक्षित पारा शिक्षकों का मानदेय रुका हुआ है।
राज्य परियोजना निदेशक द्वारा अप्रशिक्षित व एनसी प्रशिक्षित पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापक) के लंबित मानदेय हेतु सभी जिलों को पत्र जारी किया गया था, जिसके अनुसार राज्य के बाकी जिलों के पारा शिक्षकों के मानदेय का भुगतान हुआ है पर पूर्वी सिंहभूम में नहीं हुआ।
इससे जिले में लगभग 65 अप्रशिक्षित व एनसी प्रशिक्षित पारा शिक्षक एवं उनके परिवार के सभी सदस्यों की अवस्था गंभीर हो गई है।
कोविड कार्य में भी सेवा दे रहे पारा शिक्षक
ज्ञापन के जरिए संघ ने कहा है कि जिले के कुछ पारा शिक्षक कोविड कार्य में भी लगे हुए हैं। संघ ने मांग की है कि पारा शिक्षकों के मानदेय का अविलंब भुगतान किया जाए।
मौके पर मुख्य रूप से सुमित कुमार तिवारी, प्रीतेश खालको, शशांक महतो, जीतेन गोप, धुर्वपद महतो, पलास रजक, सवाना सोरेन, उत्पल मंडल, कालीचरण हांसदा मौजूद थे।