रांची: भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से सदन में पेश किये गये बजट पर कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत का बजट है।
मरांडी मंगलवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित आम बजट को लेकर परिचर्चा के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
इस परिचर्चा में बाबूलाल मरांडी सहित चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रटरी और आर्थिक विशेषज्ञों की टीम मौजूद थी।
इस अवसर पर मरांडी ने कहा कि बजट में स्टार्टअप और घरेलु उद्योग पर फोकस किया गया है। इससे देश में रोजगार के सृजन की भारी संभावना है।
बजट में राज्यों को भी आर्थिक सहयोग मिलेगा जो राज्य जितनी तेजी से काम करेगा, उससे केंद्र से उतना ज्यादा सहयोग मिलेगा।
मरांडी ने कहा कि पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर संभावना जतायी जा रही थी कि यह चुनावी बजट होगा लेकिन बजट देश के उत्थान के लिए बना। उन्होंने कहा कि यह बजट मील का पत्थर साबित होगा।
दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने सदन में पेश बजट को बेहद अहम बताया है। षाडंगी ने कहा कि जिस तरह का बजट आया है, उसमें ऐसे कई प्रयास दिखते हैं जिससे आत्मनिर्भर भारत बनाने की सोच को बल मिलेगा।
टैक्स दरों में सरकार ने कोई परिवर्तन नहीं किया है। इससे कोविड के कारण उत्पन्न हुई आर्थिक चुनौतियों से लड़ने की दिशा में बड़ी राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण, आधारभूत संरचना, रोज़गार, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित सभी क्षेत्रों में आम आदमी की समस्याओं को समझने का प्रयास हुआ है।
उसके दीर्घकालिक समाधान का प्रयास भी इस बजट के माध्यम से किया गया है। देश में राजमार्गों को 25,000 किलोमीटर तक विस्तारित करने का प्रस्ताव दिया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना में अतिरिक्त 48,000 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने 2022 में फाइव जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की भी घोषणा की है। 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयां स्थापित करने का प्रस्ताव है।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक राष्ट्रीय कार्यक्रम की घोषणा की गयी है जो कोविड -19 महामारी से उत्पन्न हुई चुनौतियों से लड़ने में कारगर साबित होगी।
निश्चित तौर पर ऐसे प्रयासों से आत्मनिर्भर भारत बनाने की सोच को साकार करने में मदद मिलेगी।