रांची: माकपा के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने सदन में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किये गये बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट गरीब विरोधी और कॉरपोरेट परस्त है। संसद में पेश बजट में सामंजस्य नहीं है।
बजट में डिजिटल करेंसी के उपयोग पर ज्यादा जोर है लेकिन मांग, निवेश और रोजगार के संकट से जुड़े प्रश्न गायब हैं।
उन्होंने कहा कि रेलवे में पीपीपी मॉडल का मतलब रेलवे के निजीकरण की रफ्तार बढेगी। नए रोजगार के सृजन पर स्पष्ट फोकस नहीं है।
केवल 60 लाख नए रोजगार की घोषणा ऊंट के मुंह में जीरा की कहावत को चरितार्थ करता है। उन्होंने कहा कि बजट में केवल बड़ी कंपनियों के लिए ही फायदे का प्रावधान किया गया है।
कार्पोरेट घरानों को और छूट दी गयी है और छोटी कंपनियों को मरने के लिए छोड़ दिया गया है। उन्होंने यह बजट गरीब विरोधी है।