न्यूज़ अरोमा रामगढ़: आजसू पार्टी के मांडू विधानसभा प्रभारी निर्मल महतो उर्फ तिवारी महतो ने बुधवार को हेसला में स्थित झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड को मजदूरों का हस्ताक्षर युक्त 17 सूत्री मांग पत्र सौंपा।
सौंपे गए मांग पत्र में कहा गया है कि झारखंड इस्पात प्लांट लगभग 20 वर्षों से यहां चल रहा है।
लेकिन इन 20 वर्षों में मजदूरों की स्थिति पहले से और भी दयनीय हो गई है।
प्लांट में काम करते-करते प्रदूषण एवं अन्य बीमारियों से सैकड़ों मजदूर मर चुके हैं।
जबकि हजारों लोग गंभीर बीमारी से ग्रसित भी हो चुके हैं। यहां काम करने वाले मजदूरों को सरकारी दर से रेट है वह भी नहीं मिल पाता है।
पत्र में कहा गया है कि अगर 15 से 20 दिनों के अंदर पूरा मांग नहीं किया गया तो मजदूरों के साथ 6 से 12 जनवरी को अनिश्चित कालीन हड़ताल करेंगे।
ये है मांगे
मजदूरों को सरकारी दर से मजदूरी व सालाना बोनस भुगतान किया जाए, मजदूरों को हेलमेट, जूता, ग्लब्स, सैनिटाइजर, गमछा, गुड, साबुन उपलब्ध कराया जाए, सभी मजदूरों का आवास भत्ता नगर परिषद क्षेत्र होने के कारण दिया जाए, सभी मजदूरों को पीएफ दिया जाए।
सभी मजदूरों को प्लांट का मजदूरी कार्ड दिया जाए जिससे यह पता चले कि मजदूर झारखंड इस्पात प्लांट का ही है, मजदूरों को मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराया जाए, प्लांट में प्रदूषण होने के कारण काम करने में दिक्कत होता है इसको बंद किया जाए।
मजदूरों के साथ जो शोषण और गाली गलौज किया जाता है उसे बंद किया जाए, लोकल एवं आसपास के मजदूर को ही प्लांट में रखा जाए और आने-जाने की सुविधा दी जाए, सभी मजदूरों को कंपनी में किया जाए एवं ठेकेदारी प्रथा को हटाया जाए।
सप्ताह में 1 दिन छुट्टी एवं छुट्टी नहीं देने और काम कराने के बदले रविवार को दो हाजिरी दिया जाए, प्लांट द्वारा जो आस-पास के गांव, कॉलोनी प्रदूषण से ग्रसित है।
उसका मुआवजा दिया जाए, प्लांट में जो पहले से 145 मजदूर थे उसके जगह में 65 मजदूरों से काम कराया जा रहा है।
जिसमें मजदूरों से जबरन काम कराया जा रहा है उसे बंद किया जाए। मजदूरों को हॉलीडे एवं सरकारी छुट्टी पर डबल हाजिरी दिया जाए, जो अक्सर प्लांट में मजदूरों के खिलाफ मिलीभगत कर रफा-दफा कर देते हैं उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
लॉकडाउन में जो जो मजदूरों को हटाया गया है उन लोगों को पुनः रखा जाए और जितना दिन लॉकडाउन हुआ उसका मजदूरी दिया जाए।