गुमला: गुमला शहरी क्षेत्र से सटे पुग्गू खोपटोली गांव में जिला प्रशासन की टीम ने नाबालिग लड़की का विवाह रोक दिया।
करमा उरांव धार्मिक रीति-रिवाज से 16 वर्षीय बेटी का विवाह कर रहा था। समारोह में शामिल होने के लिए मेहमान पहुंच गए थे।
विवाह समारोह की तैयारियां पूरे धूमधाम से चल रही थीं। इसी बीच प्रशासन को इसकी भनक लग गई। बीडीओ के नेतृत्व में प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और विवाह समारोह को रोक दिया।
प्रशासन ने कहा कि अभी बच्ची की शादी की उम्र नहीं हुई है। लिहाजा इसका विवाह नहीं हो सकता। किशोरी जतरा टाना भगत उच्च विद्यालय गुमला की छात्रा थी।
गरीबी के कारण पढ़ाई छोड़ दी थी। परिजनों के कहने पर वह शादी के लिए तैयार हो गई। लड़की की मां का नाम कर्मी देवी है।
बताया गया है कि विवाह रोकने पहुंचे प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष किशोरी के परिजनों ने फरियाद की। कहा कि काफी कर्ज लेकर उन्होंने इस आयोजन की तैयारी की है।
अगर विवाह नहीं हुआ तो वह कर्ज में डूब जाएंगे। प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि किसी कीमत पर नाबालिग किशोरी की शादी की अनुमति नहीं दी जा सकती।
अगर जबरन विवाह किया गया तो दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को जेल भेजा जाएगा।
इसके बाद बड़का मेहमानी का कार्यक्रम रोक दिया गया। समारोह के लिए लगे टेंट और कुर्सी टेबल को वापस भेज दिया गया। परिवार ने प्रशासन के निर्देश पर गांव के प्रबुद्ध लोगों से बात की। इसके बाद विवाह रोकने का निर्णय हुआ।