दिल्ली: फिलहाल दिल्ली में विभिन्न विश्वविद्यालय ऑफलाइन कक्षाएं शुरू नहीं कर रहे हैं, बावजूद इसके सभी विश्वविद्यालय सेमेस्टर परीक्षा ऑफलाइन लेने का निर्णय ले सकते हैं।
दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट कमेटी यानी डीडीएमए दिल्ली में स्कूल कॉलेज खोले जाने की अनुमति दे चुका है। डीडीएमए के मुताबिक अब स्कूल कॉलेजों में छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं शुरू की जा सकती हैं।
हालांकि कॉलेज स्थिति का आकलन करने के बाद ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की बात कह रहे हैं। इस बीच छात्रों को सेमेस्टर परीक्षाएं देने के लिए कॉलेज जाने की अनुमति दी जा सकती है।
दरअसल विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा विश्वविद्यालयों को ऑफलाइन परीक्षाओं की इजाजत दे दी गई है।
विश्वविद्यालय व उनके अंतर्गत आने वाले कालेज अपने होम सेंटर पर सेमेस्टर एग्जाम ऑफलाइन मोड में ले सकते हैं।
यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को कहा है कि होम सेंटर में सेमेस्टर परीक्षाएं ऑफलाइन आयोजित की जा सकती है।
इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखना होगा और कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन न हो यह सुनिश्चित करना कॉलेजों की जिम्मेदारी होगी।
यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को सलाह दी है कि आगामी सेमेस्टर परीक्षाएं होम सेंटरों में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते आ ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाएं।
यूजीसी की सलाह के उपरांत दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय , अंबेडकर यूनिवर्सिटी और जामिया मिलिया इस्लामिया जैसे दिल्ली के बड़े विश्वविद्यालयों में सेमेस्टर परीक्षाएं ऑफलाइन माध्यमों से कक्षा में मौजूद रहकर दी जा सकेंगी।
गौरतलब है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने औपचारिक तौर पर ने स्कूलों एवं शिक्षण संस्थानों को फिर से खोलने के लिए दिशानिर्देश या एसओपी तैयार किए हैं।
इसके अनुसार कक्षा में मौजूद छात्रों के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखनी होगी। सभी छात्रों शिक्षकों एवं अन्य स्कूल कर्मियों को पूरे समय फेस मास्क पहने रहना होगा।
संस्थान द्वारा कोई ऐसा आयोजन नहीं किया जाएगा जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करवाया जा सके।
क्लास रूम के अलावा शिक्षकों के स्टाफ रूम, असेंबली एरिया, कॉमन एरिया में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक जहां हॉस्टल की सुविधा है वहां हॉस्टल में भी छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।