रांची: झारखंड के कोडरमा समेत पांच जिलों में बंद इंटरनेट सेवा मंगलवार को एक बार फिर शुरू हो गयी है।
कोडरमा और हजारीबाग जिले में दो पक्षों के बीच उत्पन्न विवाद के बाद राज्य सरकार ने अफवाहों को रोकने के उद्देश्य से राज्य के पांच जिलों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया था। इंटरनेट सेवा बंद होने से इसका विभिन्न कार्यों में असर देखने को मिला।
इन जिलों में इंटरनेट सेवा शुरू
कोरडमा के मरकच्चो और हजारीबाग के बरही क्षेत्र में दो पक्षों के बीच उत्पन्न विवाद हिंसक रूप अख्तियार करने के बाद स्थिति को नियंत्रण में करने और अफवाहों को रोकने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने कोडरमा के अलावा हजारीबाग, गिरिडीह, चतरा और रामगढ़ में इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी।
रामगढ़ को छोड़ अन्य चार जिलों में रविवार रात से सेवा को बंद कर दिया गया था। वहीं रामगढ़ जिले में सोमवार को इंटरनेट सेवा बाधित की गयी थी।
इंटरनेट सेवा बंद होने का असर हर सेक्टर पर पड़ा
इंटरनेट सेवा बंद होने का असर सोमवार और मंगलवार की शाम तक हर सेक्टर पर पड़ा। ऑनलाइन बैंकिंग के कामकाज से लेकर कार्यालयों के कामकाज सभी प्रभावित हुए।
इस दौरान ऑनलाइन बैंकिंग कार्यों पर असर पड़ा। वहीं, शेयर बाजार से जुड़े लोग भी परेशान दिखे। इसके अलावा बच्चों की ऑनलाइन क्लास भी पूरी तरह ठप रही। वर्क फ्रॉम होम में रह रहे मल्टीनेशनल कंपनियों के कर्मियों को भी काफी परेशानी हुई।
कोडरमा के मरकच्चो की घटना
रविवार शाम कोडरमा जिला अंतर्गत मरकच्चो के उत्तरी पंचायत स्थित कर्बलानगर में मां सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के लिए निकले जुलूस में दो पक्षों के बीच झड़प हो गयी थी।
इसमें एक पक्ष के पांच और दूसरे पक्ष के दो लोग घायल हो गये थे। इसमें एक बच्चा भी शामिल था। बताया गया कि प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे की आवाज सुन रास्ते में पशु बिदक गये।
इसको लेकर पशुपालकों ने डीजे बंद करने को कहा। इसी बात को लेकर दो पक्षों में हिंसक झड़प हो गयी थी।
हजारीबाग के बरही की घटना
दूसरी ओर रविवार को हजारीबाग जिला अंतर्गत बरही-धनबाद रोड स्थित दुलमुंहा गांव में आपसी विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गयी थी।
इस मारपीट में रूपेश पांडेय नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी थी।
इसके बाद मृतक रूपेश के गांव नयीटांड़ के आक्रोशित लोगों ने छह वाहनों को जला दिया। सोमवार को मृतक के परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम कर दिया।
मंत्री आलमगीर आलम और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने मृतक के परिजनों को फोन कर हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया था।