हैदराबाद: हैदराबाद के निजामिया यूनानी तिब्बी कॉलेज और अनवारुल उलूम कॉलेज के छात्रों ने बुधवार को कर्नाटक के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध का विरोध कर रहे छात्रों के साथ एकजुटता दिखाते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
ऐतिहासिक चारमीनार के पास यूनानी मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने कर्नाटक में हिजाब पहनने के अधिकार के लिए लड़ने वाले छात्र-छात्राओं के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करते हुए मौन विरोध प्रदर्शन किया।
राष्ट्रीय ध्वज और तख्तियां लिए बुर्का पहने प्रदर्शनकारियों ने पड़ोसी राज्य में छात्राओं को निशाना बनाने के प्रयासों की निंदा की।
छात्राओं ने जो तख्तियां और बैनर पकड़ रखे थे, उन पर कई स्लोगन लिखे हुए थे, जैसे- हिजाब मेरा अधिकार है और हिजाब मेरा गौरव है।
आप जो पहनते हैं उसका मैं सम्मान करती हूं और जो मैं पहनती हूं उसका आपको सम्मान करना चाहिए।
एक छात्रा ने कहा, हिजाब का शिक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। हमें शिक्षा का अधिकार है लेकिन कुछ लोग इस मुद्दे को उठाकर हमें अवसरों से वंचित करने की कोशिश कर रहे हैं।
शहर के मल्लेपल्ली स्थित अनवारुल उलूम कॉलेज में एक विशाल विरोध रैली का आयोजन किया गया।
बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने अल्लाह-हो-अकबर और हमें न्याय चाहिए के नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
प्रदर्शनकारी कर्नाटक की छात्राओं के समर्थन में बैनर लेकर चल रहे थे। इसमें कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन कर रहीं छात्राओं की तस्वीरें भी शामिल हैं, जिसमें मुस्कान खान की एक तस्वीर भी शामिल है, जो कर्नाटक के एक कॉलेज में कुछ दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के सामने बहादुरी से खड़े होने के बाद हिजाब के समर्थन में विरोध का प्रतीक बन गईं हैं।
बैनर पर लिखा हुआ है, हिजाब मुस्लिम महिलाओं का संवैधानिक अधिकार है और कोई भी इसे हमसे नहीं छीन सकता है। हम हिजाब का समर्थन करते हैं।