रांची: डोरंडा कॉलेज के बाहर गेट पर छात्र-छात्राओं ने हिजाब के समर्थन में नारेबाजी की। इसमें दूसरे कॉलेज के विद्यार्थी भी शामिल थे। छात्र कॉलेज प्रशासन की अनुमति के बैगर कॉलेज के गेट पर जुटे और नारेबाजी की।
लगभग 40-50 की संख्या में छात्राओं ने हाथों में तख्तियां लेकर कर्नाटक में हुए मामले को लेकर शांति से विरोध दर्ज किया। छात्राओं ने गेट के सामने आकर नारेबाजी करने लगे।
कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि ये मामला झारखंड का है ही नहीं। न ही सरकार या फिर यूनिवर्सिटी द्वारा ऐसा कोई फरमान जारी किया गया है।
छात्र-छात्राओं को कैंपस में मार्च निकालने की अनुमति नहीं
ऐसे में इस प्रदर्शन का कोई मतलब नहीं है। वहीं छात्र संगठन का भी कहना है कि वह छात्रों से बात कर मामले को जल्द सुलझा लेगा।
छात्राओं का कहना था कि हिजाब लगाना कोई जुर्म नहीं है। कॉलेज हो या कोई अन्य जगह लड़कियों को हिजाब लगाने से कोई रोक नहीं सकता।
घटना की सूचना मिलते ही डोरंडा थाने की पुलिस को दी गई। सूचना मिलने के बाद थाना प्रभारी रमेश कुमार सशस्त्र बल के साथ कॉलेज पहुंचकर नारेबाजी कर रहे छात्र-छात्राओं को समझा-बुझाकर शांत कराया।
कॉलेज के स्टाफ ने पुलिस को बताया कि छात्र-छात्राओं को कैंपस में मार्च निकालने की अनुमति भी नहीं दी गई है।
थाना प्रभारी ने बताया कि उग्र हो रहे छात्र-छात्राओं को समझा कर घर भेज दिया गया हैं। इसके बाद विद्यार्थी वहां से चले गए।
इनके हाथों में हिजाब भी थे। कॉलेज के प्रोफेसर का कहना है कि कॉलेज का माहौल बिगाड़ने के लिए इस प्रकार का प्रोपेगेंडा अपनाया गया था।
ये आशंका जाहिर की जा रही है कि प्रदर्शनकारियों में कुछ बाहरी लोग भी शामिल हो सकते हैं। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। पुलिस के साथ-साथ कॉलेज प्रबंधन भी मामले की जांच कर रहा है।
आशंका ये भी है कि कुछ लोगों के द्वारा छात्रों को भड़काया गया, जिसके बाद वे प्रदर्शन करने कॉलेज पहुंच गये। जनकारी के अनुसार नारेबाजी कर रहे कुछ लोग डोरंडा कॉलेज के छात्र थे। कुछ बाहरी लोग भी थे।