कोडरमा: जामताड़ा के बाद अब कोडरमा जिले के तिलैया डैम से भी साइबर क्राइम कर लोगों के खाते से पैसा उड़ाने का खेल चल रहा है।
शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर से आई पुलिस की टीम ने इस तरह के मामलों में संलिप्त गिरोह के सदस्यों को पकड़ा जिनमें एक युवती और चार युवक शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में साइबर क्राइम का मामला दर्ज हुआ था। जांच में इसके तार कोडरमा के तिलैया डैम से जुड़े मिले।
इस सिलसिले में रायपुर साइबर थाना के डीएसपी अभिषेक कुमार केसरी, पुलिस निरीक्षक नीतीश अग्रवाल, एएसआई रजनीश कौशिक, धर्मेश साहू और आरक्षी संदीप झा गिरोह की टोह लेने एक दिन पहले से ही एक होटल में ठहरे हुए थे।
शुक्रवार को देर शाम चंदवारा थाना और तिलैया डैम पुलिस के सहयोग से तिलैया डैम स्थित अजय वर्मा के मकान में रह रहे चार युवक और एक युवती को गिरफ्तार किया गया।
इनके पास से लैपटॉप, एटीएम, कई मोबाइल, प्रिंटर और 500 रुपये के प्रिंटेड कागज बरामद किए गए।
बताया जाता है कि गिरोह के सदस्य साइबर क्राइम के जरिए लोगों के खाते से पैसे की निकासी करते थे तो वही नकली नोट का भी कारोबार किए जाने की सूचना है।
तिलैया डैम और अन्य जगहों पर स्थित वैसे एटीएम के जरिए यह क्राइम को अंजाम देते थे, जहां सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा हुआ हो या खराब हो।
गिरफ्तार किए गए युवकों में राम लगन कुमार, गुलशन कुमार, सूरज कुमार, सुरेंद्र कुमार और युवती अंजली कुमारी शामिल है।
सभी बिहार के नवादा के रहने वाले हैं, जिनकी उम्र 18 से 22 वर्ष के बीच है।
इस पूरे मामले के उद्भेदन में छत्तीसगढ़ पुलिस टीम के साथ चंदवारा के एसआई रंजीत कुमार, विनय कुमार, एएसआई दिलशाद अली और तिलैया डैम ओपी प्रभारी विशाल पांडेय शामिल थे।