लाइफस्टाइल डेस्क: कोरोना महामारी का खतरा कम होने के बाद अब एक बार फिर स्कूल शुरु हो गये हैं। CBSE बोर्ड की टर्म टू की परीक्षा फ़रवरी में शुरू होकर मार्च तक चलने वाली है। इसलिए अब छात्रों के पास काफी कम समय बचा है।
वैसे भी पिछले दो साल से ऑनलाइन तरीके से पढ़ने के कारण बच्चों में लिखने की आदत कम हुई है, इसलिए उन्हें और अधिक मेहनत करनी है।
जैसे जैसे परिक्षाएं नजदीक आती हैं तो कुछ छात्र पढ़ाई को लेकर इतना दबाव ले लेते है कि सब कुछ आने के बाद भी वह परीक्षा में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते।
ऐसे में जरुरी है कि जो आपने पूरे साल में पढ़ा है उसको बेहतर समय प्रबंधन और सही तरीकों के साथ दोहराया जाये।
विशेषज्ञों का कहना है कि परीक्षा से ठीक पहले सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि आपका शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना भी बेहद जरूरी है।
इन तरीकों को अपना कर छात्र परीक्षा के समय में आपके स्वास्थ्य को ठीक रखने के साथ ही बेहतर अंक भी हासिल कर सकेंगे।
अपने मन को संतुलन में रखें। बोर्ड परीक्षा को अपने दिलोदिमाग में हावी न होने दें। इसे पहले की कक्षाओं में दी गई सामान्य परीक्षा जैसा ही समझें।
1. टाइम टेबल
बोर्ड पेपर्स के लिए तैयारी के दौरान अपना समय अच्छी तरह से ऑर्गनाइज करें। पढ़ने से लेकर आराम करने, खाने-पीने और सोने तक का समय एक टाइम-टेबल में न सिर्फ तय करें, बल्कि उसे फॉलो भी करें। इससे अच्छी तैयारी के साथ स्ट्रेस भी कम रहेगा। हर सब्जेक्ट को समय देना जरूरी है। अपने टाइम टेबल में पुराने क्वेश्चन पेपर्स और सैंपल पेपर्स को सॉल्व करना न भूलें।
2. परफॉर्मेंस एनालिसिस
सैंपल पेपर्स या पिछले सालों के पेपर्स सॉल्व करते समय अपनी परफॉर्मेंस का ख्याल रखें। ध्यान दें कि आपको किस सब्जेक्ट में कितना कम या ज्यादा समय लग रहा है। इससे आपको पता चलेगा कि किस सब्जेक्ट को कितना समय देने की जरूरत है। सब्जेक्ट्स की एनालिसिस के साथ ही उनके चैप्टर्स का भी ध्यान रखें। कुछ चैप्टर्स बेहद आसान होंगे, जिनकी तैयारी जल्दी हो जाएगी। जबकि कुछ में आपको ज्यादा मेहनत करनी होगी। जैसे ही आपको सही टारगेट का पता चल जाएगा, फिर आप आसानी से उसे पूरा भी कर लेंगे।
3. पूरी नींद और ब्रेक लें
बोर्ड पेपर्स की तैयारी करते समय बच्चे आम तौर पर सबसे बड़ी जो गलती करते हैं वो है पूरी नींद न लेना। नींद की कमी से न केवल आप शारीरिक रूप से बीमार पड़ सकते हैं बल्कि आपका दिमाग भी पहले की तरह अच्छे से काम नहीं करेगा। इससे आपकी एकाग्रता बिगड़ेगी। इसलिए 7-8 घंटे की अच्छी और पूरी नींद लें।
4. रिवीजन
सभी बच्चों ने अपने स्कूल, ट्यूशन या कोचिंग में अपना सिलेबस तो पूरा कर ही लिया होगा। अब सबसे जरूरी काम है सही तरीके से उसे दो-तीन बार फिर से पढ़ने और कॉन्सेप्ट्स को पूरा समझ लेने का। इस बार MCQ का अहम रोल होगा। इसलिए अपनी NCERT की किताबों को अच्छे से जरूर पढ़ लें। क्योंकि किसी भी छोटे से छोटे प्वॉइंट्स को लेकर सवाल बनाए जा सकते हैं। याद रखें कि हर सब्जेक्ट, हर चैप्टर और उसका हर प्वॉइंट आपको नंबर लाने में मदद करेगा।
5. सब्जेक्ट के हिसाब से तैयारी
बोर्ड पेपर्स की तैयारी करते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि हर सब्जेक्ट को पढ़ने की अलग स्ट्रैटजी होती है। जैसे-
मैथमेटिक्स (Maths): आपको फॉर्मूले, डेरीवेशन और लॉजिक जितने अच्छे से आते होंगे, आप पेपर को उतनी ही आसानी से और जल्दी सॉल्व कर पाएंगे। टेबल, फॉर्मूले, शॉर्ट ट्रिक्स के नोट्स अलग बनाकर रख लें। ये लास्ट मिनट में आपकी बहुत मदद करेंगे।
साइंस (Science): फीजिक्स, केमिस्ट्री हो या बायोलॉजी, हर सब्जेक्ट बराबर वैल्यू रखता है। इसके हर सेक्शन के हिसाब से फॉर्मूले, फंक्शन, टेबल, टर्म, डायग्राम के नोट्स अलग से बनाकर रखें। खुद नोट्स बनाएंगे तो जल्दी और ज्यादा समय तक चीजें याद रहेंगी।
लैंग्वेज : लैंग्वेज की ग्रामर उसकी आत्मा होती है। चाहे हिंदी हो, संस्कृत या अंग्रेजी। ग्रामर को अलग पढ़ें, समझें। इसके अलावा लिटरेचर पर अलग से पकड़ बनाना जरूरी होगा। पैसेज हल करने की प्रैक्टिस जरूर कर लें।
सोशल साइंस (Social Science): हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस और जियोग्राफी की अलग-अलग स्ट्रैटजी से तैयारी करें। हिस्ट्री को जहां कहानी की तरह बार-बार पढ़ें, वहीं तारीखें याद करने के लिए फ्लो चार्ट, टेबल या कोई अलग ट्रिक अपनाएं। मैप पर जियोग्राफी की प्रैक्टिस जरूर कर लें।
कुछ खास टिप्सः
1. अपने नोट्स खुद बनाएं।
2.टाइम टेबल फॉलो जरूर करें।
3. तैयारी करते समय खुद को बेहतर बनाने पर फोकस करें। दूसरों से कॉम्पटीशन न करें।
4. हेल्दी ग्रुप स्टडी भी फायदेमंद हो सकती है। बशर्ते की इसमें समय बर्बाद न किया जाए।