हजारीबाग: बरही में किसी भी तरह के जुलूस व कैंडल मार्च आदि पर पहले से ही प्रतिबंध लगा है लेकिन कुछ लोग जुलूस निकाल रहे हैं।
जो भी धारा 144 का उल्लंघन करेगा, उस पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। शादी और अंतिम संस्कार कार्यक्रम को छोड़ कर किसी भी कार्यक्रम में लोगों को इकट्ठा होने नहीं दिया जाएगा। चार से अधिक लोग एक जगह एकत्रित नहीं होंगे।
यह बात बरही थाना में आयोजित पत्रकार वार्ता में डीसी आदित्य कुमार आनंद एवं एसपी मनोज रतन चौथे ने कही।
उन्होंने कहा कि लोगों से हम लगातार अपील कर रहे हैं कि शांति व्यवस्था लोग बनाकर रखें लेकिन रुपेश हत्याकांड में जो लगातार नए-नए मनगढ़ंत तथ्यों को सामने लाया जा रहा है और झूठी अफवाह फैलाई जा रहे हैं वह कहीं से भी सही नहीं है।
यह स्पष्ट है कि कुछ शरारती तत्व जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं। कुछ लोग बरही की शांति व्यवस्था को भंग करना चाहते हैं लेकिन ऐसा होने नहीं दिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो पुलिस बल और अधिक तैनात की जाएगी।
एसपी ने कहा कि रूपेश पांडे हत्याकांड में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। दुलमाहा व करियातपुर में वाहनों की तोड़फोड़ व आगजनी की घटना की भी प्राथमिकी दर्ज हुई है।
अभी तक रूपेश हत्याकांड मामले में अलग-अलग चार प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है। चारों दर्ज प्राथमिकी की जांच एसआईटी की टीम द्वारा किया जा रहा है।
एसआईटी टीम में सात पुलिस पदाधिकारी शामिल हैं, जिसका नेतृत्व एसडीपीओ बरही कर रहे हैं। दर्ज सभी मामलों का पर्यवेक्षक बड़कागांव डीएसपी अमित कुमार सिंह करेंगे।
उन्होंने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर झूठी अफवाह फैलाने वालों को मैंने पहले ही सचेत किया था। इसके बावजूद भी कुछ लोगों द्वारा बरही के नाम पर झूठा वीडियो वायरल किया गया, जबकि वायरल वीडियो यूपी और दूसरे देश का था।
कुछ लोगों ने झूठा वीडियो वायरल कर लोगों की भावना भड़काने का काम किया है। शनिवार को एक छोटी सी घटना हुई।
इसके बाद रविवार को एक समुदाय के लोग सड़क पर आए। फिर दूसरे समुदाय के लोग भी सड़क पर आए, जबकि बरही प्रखंड में 144 धारा लागू है।
इसमें जो भी लोग शामिल थे उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा और सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
इस मौके पर एसडीओ पूनम कुजुर, बरही एसडीपीओ नजीर अख्तर, बड़कागांव एसडीपीओ अमित कुमार सिंह, बीडीओ सह सीओ अरविंद देवाशीष टोप्पो, बरही थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नीरज कुमार सिंह, इंस्पेक्टर रोहित कुमार सिंह आदि प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे।