चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पहली बार प्रचार करने आये केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज अचानक एक बड़ी राजनीतिक पहल कर चुनावी समीकरण बदलने के संकेत दिए।
दिल्ली जाते समय गृहमंत्री अमित शाह की अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ मुलाकात को इसी नजरिये से देखा जा रहा है।
अकाल तख्त साहिब में करीब 50 मिनट तक बंद कमरे में चली मुलाकात के दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, अकाली दल से भाजपा में आए मनजिंदर सिंह सिरसा तथा भाजपा के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ भी मौजूद थे।
इस मुलाकात से पहले अमित शाह ने रविवार को पंजाब में दो रैलियों को संबोधित किया। रैलियों के बाद अमित शाह ने अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत से मुलाकात की।
पंजाब में इस चुनाव के दौरान बंदी सिखों की रिहाई का मुद्दा गरमाया हुआ है। पिछले दिनों सिखों के एक संगठन ने केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के माध्यम से यह मुद्दा उठाया था।
चर्चा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पंजाब दौरे के दौरान इस संबंध में बड़ा ऐलान कर सकते हैं। केंद्र की मंजूरी के बावजूद दिल्ली सरकार द्वारा आतंकी देवेंद्र पाल सिंह भुल्लर की रिहाई नहीं किये जाने को लेकर अकाली दल आम आदमी पार्टी को घेर रहा है।
सूत्रों के अनुसार गृहमंत्री अमित शाह की अकाल तख्त जत्थेदार से हुई मुलाकात के दौरान भी इसी मुद्दे पर चर्चा हुई है।
बहरहाल इस मुलाकात को लेकर अकाल तख्त साहिब जत्थेदार या सूचना केंद्र की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी जारी नहीं किया लेकिन मुलाकात की फोटो जारी कर दी गई है।