रांचीः काफी दिनों तक आंदोलन चलाने के बाद झारखंड के पारा शिक्षकोंकी नियुक्ति नियमावली को मंजूरी मिल गई है।
लगभग 62 हजार से ज्यादा पारा षिक्षक अब अस्टिेंट टीचर बन गए हैं। इनके मानदेय में भी बढ़ोतरी की गई है, लेकिन इन बढ़े हुए मानदेय का लाभ उन्हीं पारा शिक्षकोंको मिलेगा, जिनके शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्रों जांच में सही पाए जाएंगे।
जी हां, इसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें बढ़े हुए मानदेय का भुगतान किया जाएगा।
वहीं, जिनके सर्टिफिकेट्स की जांच संबंधित बोर्ड और संस्थान से भेजकर करवाई की गई है, उन्हें बढ़े हुए मानदेय का भुगतान किया जाएगा।
वहीं, जिनके सर्टिफिकेट्स की जांच नहीं हो सकी है उसकी पहले जांच होगी और सही पाए जाने के बाद ही उन्हें बढ़े हुए मानदेय का भुगातन होगा।
सहायक अध्यापकों को मानदेय बढ़ोतरी के बाद से 16,800 से 22,500 तक का मानदेय मिलेगा।
सर्टिफिकेट गलत पाए जाने पर सेवा समाप्त
इधर, पहली से पांचवीं के शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच के लिए प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी शुल्क सहित प्रस्ताव 15 दिनों में जिला शिक्षा अधीक्षक को उपलब्ध कराएंगे।
इसके बाद अगले 15 दिनों में डीएसई इन प्रमाणपत्रों का सत्यापन सुनिश्चित करवाएंगे। प्रमाणपत्र जाली या गलत पाए जाने पर सहायक अध्यापक की सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
प्रशिक्षित अस्टिेंट टीचर्स को देनी होगी आकलन परीक्षा
प्रशिक्षित सहायक अध्यापकों को 10 फीसदी मानदेय बढ़ोतरी के लिए अनिवार्य रूप से आकलन परीक्षा देनी होगी। झारखंड एकेडमिक काउंसिल इसका आयोजन करेगा।
एक-एक कर चार मौके इन्हें दिए जाएंगे। अगर वे इसमें शामिल नहीं होते हैं तो उन्हें शामिल हुआ मान लिया जाएगा।
सामान्य कोटि के शिक्षकों की आकलन परीक्षा में 40 प्रतिशत अंक और आरक्षित कोटि के शिक्षकों को कम से कम 35 प्रतिशत अंक लाने होंगे।
पहली से पांचवीं और छठी से आठवीं के शिक्षकों के लिए अलग-अलग परीक्षा होगी। परीक्षा में ऑब्जेक्टिव सवाल होंगे, इसमें 70 फीसदी प्रश्न पाठ्यक्रम के आधार पर होंगे।
असिस्टेंट टीचर्स को कितनी छुट्टियां मिलेंगी
सहायक अध्यापकों को 180 दिनों का मातृत्व और 15 दिनों का पितृत्व अवकाश मिलेगा। पितृत्व अवकाश का लाभ जेंट्स शिक्षकों को पहले दो संतानों के लिए ही मिलेगा।
वहींए साल में 16 दिन आकस्मिक अवकाशए महिला शिक्षिका को महीने में दो दिन विशेष अवकाश मिलेगा। इसके अलावा एक साल में अधिकतम 30 दिन कर किसी कारणवश वेतन रहित अवकाश और 15 दिनों का चिकित्सा अवकाश मिल सकेगा।