रांची: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैं। भर्ती होने के बाद राजद सुप्रीमो का कोरोना टेस्ट किया गया, जिसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी है।
लालू कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं। गिरते स्वास्थ्य को देखते हुए बीते साल जनवरी महीने में उन्हें रिम्स से एम्स रेफर किया गया था।
एक बार फिर से चारा घोटाला मामले में सीबीआई कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद लालू को रिम्स में भर्ती किया गया है। किडनी की समस्या के कारण लालू को प्रतिदिन मात्र 500 एमएल पानी पीने की सलाह दी गई है।
लालू का इलाज कर रहे डॉ विद्यापति ने बताया कि उनकी सभी जांच की रिपोर्ट दो से तीन दिनों में आ जाएगी।
उसके बाद ही मेडिकल बोर्ड बैठकर निर्णय लेगा कि इलाज कैसे आगे बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल पुरानी दवाइयों को ही चलाया जा रहा है।
डॉ विद्यापति ने बताया कि वह पहले से ही किडनी, हार्ट सहित विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हैं। इसलिए यह कहना सही नहीं होगा कि वे ठीक हैं।
उन्होंने बताया कि बुधवार को उनकी चार-पांच जांच के लिए सैंपल लिए गये हैं। इसके अलावा सिरम क्रिएटिनिन जांच के लिए सैंपल लिया गया।
जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एम्स के चिकित्सकों की गाइडलाइन के अनुसार रिम्स में भी उनका इलाज चल रहा है। लालू को शुगर की समस्या होने के कारण मीठा खाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है।
डॉ विद्यापति ने बताया कि बोर्ड में शामिल सभी डॉक्टर लालू के स्वास्थ्य पर निगरानी बनाए हुए हैं। लालू यादव किडनी फोर्थ स्टेज (लास्ट स्टेज) के मरीज हैं।
उनकी किडनी मात्र 25 प्रतिशत ही काम करती है। ऐसे में क्रिएटिनिन लेवल बढ़ता है, तो लालू को डायलिसिस की जरूरत पड़ेगी।
उल्लेखनीय है कि लालू यादव डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, ह्रदय रोग, किडनी की बीमारी, किडनी में स्टोन, तनाव, थैलीसीमिया, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, ब्रेन से संबंधित बीमारी, कमजोर इम्यूनिटी, दाहिने कंधे की हड्डी में दिक्कत, पैर की हड्डी की समस्या, आंख में दिक्कत है।