दुमकाः आठ लाख में हेलीकॉप्टर की बुकिंग, दूल्हा व दुल्हन दोनों के गांवों में हेलिपैड निर्माण सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई और दुल्हन को हेलिकाॅप्टर से लाने की दूल्हे की ख्वाहिष अधूरी रह गई।
मामला झारखंड की उपराजधानी दुमका जिले के कदमा गांव का है, जहां बेटे मो मुख्तार आलम की ख्वाहिश पूरी करने के लिए पिता मो इमाम अंसारी ने कोलकाता में हेलिकाॅप्टर की बुकिंग कराई थी।
हेलिकाॅप्टर की लैंडिंग के लिए दूल्हा और दुल्हन के गांव में हेलिपैड भी बन गया था। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था, लेकिन ऐन मौके पर हुआ कुछ ऐसा कि दूल्हे के अरमान अधूरे रह गए और शादी के बाद कार में ही दुल्हन को लेकर घर लौटना पड़ा।
क्या है मामला
दरअसल, कदमा निवासी दूल्हे मो मुखतार आलम की ख्वाहिश थी कि वह निकाह करने हेलिकाॅप्टर से दुल्हन के घर जाए और हेलीकॉप्टर से ही दुल्हन को लेकर अपने घर आए।
बेटे के अरमान को पूरा करने के लिए पिता मो इमामी करीब 8 लाख रुपए में एक हेलिकाॅप्टर बुक कर दिया। दूल्हा व दुल्हन दोनों के गांवों में हेलिपैड का भी निर्माण हो गया, ताकि हेलिकाॅप्टर लैंड कर सके। बुधवार सुबह 10 बजे कोलकाता से हेलिकाॅप्टर कदमा गांव पहुंचना था।
बारात शिकारीपाड़ा जानी थी। बरातियों के लिए करीब 20 कार का इंतजाम किया गया था। प्रशासन की तैनाती थी और अग्निशमक वाहन और अन्य सुरक्षात्मक व्यवस्था थी।
अच्छी संख्या में ग्रामीण भी हेलीकॉप्टर देखने पहुंचे थे। बारात जाने के लिए शाम तक हेलिकाॅप्टर का इंतजार होता रहाए लेकिन हेलीकॉप्टर नहीं पहुंचा।
शाम करीब 4 बजे मायूस दूल्हा मो मुखतार आलम कार से ही शादी करने शिकारीपाड़ा पहुंचाए जहां रजिया बेगम से निकाह कर कार से काठीकुंड लौटा। इधर, बताया गया कि मौसम में खराबी के कारण कोलकाता से ही हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका।
बेटे का शौक पूरा नहीं करने का पिता को है मलाल
दूल्हा मुख्तार इंटर पास है। कपड़ा व राशन दुकान चलाता है। मो मुखतार आलम कदमा के काफी सम्पन्न परिवार से हैं। मो मुखतार आलम के पिता मो इमामी अंसारी सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता हैं।
मो इमामी अंसारी 2009 के विधान सभा चुनाव में जरमुंडी से बसपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। हेलीकॉप्टर नहीं पहुंचने पर दुखी मन से मोण्इमामी अंसारी ने कहा कि बेटे का शौक था मौसम के कारण पूरा नहीं हो सका।