नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार अरुणाचल प्रदेश को पूर्वी एशिया का गेटवे बनाने के लिए जोरशोर से काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश के 36वें राज्य स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए राज्यवासियों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रभक्ति और सामाजिक सद्भाव की जिस भावना को अरुणाचल प्रदेश ने नयी ऊंचाई दी है, अपनी सांस्कृतिक विरासत को जिस प्रकार को संजोया-संवारा है, परंपरा और प्रगति को जिस प्रकार साथ-साथ लेकर चल रहे हैं, वह पूरे देश के लिए प्रेरणा है।
प्रधानमंत्री ने देश के लिए जान न्योछावर करने वाले अरुणाचल प्रदेश के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, चाहे एंग्लो आबोर युद्ध हो या फिर आजादी के बाद सीमा की सुरक्षा, अरुणाचल वासियों की वीरता की गाथाएं प्रत्येक भारतवासी के लिए अनमोल विरासत हैं।
उन्होंने कहा कि ये उनका सौभाग्य रहा कि उन्हें कई बार अरुणाचल प्रदेश जाने का मौका मिला। उन्होंने साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडु जी के नेतृत्व पर संतोष जताया और कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का ये मार्ग अरुणाचल प्रदेश के बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने वाला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनका यह विश्वास रहा है कि पूर्वी भारत और खासकर पूर्वोत्तर भारत 21वीं सदी में देश के विकास का इंजन बनेगा।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान गत सात साल के दौरान किये गये कार्यो को गिनाया। उन्होंने कहा, हम अरुणाचल को पूर्वी एशिया का एक प्रमुख गेटवे बनाने में पूरी ताकत से जुटे हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से भी अरुणाचल की भूमिका को देखते हुए आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रगति, प्रकृति, पर्यावरण और संस्कृति का सामंजस्य बिठाकर लगातार आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, आप सभी के प्रयास से यह आज देश के सबसे प्रमुख जैव विविधता वाले क्षेत्रों में से एक है।
उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जतायी कि मुख्यमंत्री पेमा खांडू लगातार अरुणाचल के विकास के लिए प्रयास करते दिखाई देते हैं और स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण, स्वयं सहायता समूह, ऐसे हर विषय पर वह सक्रिय रहते हैं।
प्रधानमंत्री ने राज्य के विकास के लिए लगातार काम करने पर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू की भी सराहना की।
उन्होंने साथ ही अरुणाचल की पर्यटन संभावनाओं को वैश्विक पटल पर पहुंचाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी।