धनबाद: धनबाद पुलिस ने अमन गैंग के पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जेल में बंद अमन सिंह सहित 15 के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है।
धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने आज बताया कि पिछले दिनों अमन गैंग के 19 गुर्गों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था
उन्नीस की गिरफ्तारी के बाद गैंग बिखर चुका था। उन्होंने बताया कि गैंग को फिर से स्थापित करने के ख्याल से वैसे अपराधियों को संगठित किया जाने लगा जो हैं तो धनबाद जिला के ही लेकिन अभी बाहर रहते थे।
अमन गैंग किसी बड़ी घटना को अंजाम देकर कोयलांचल में खुद को स्थापित करने की फिराक में था।
वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार के अनुसार इस गैंग के द्वारा कुछ व्यापारियों को धमका कर रंगदारी मांगे जाने की सूचना मिलने के पश्चात एएसपी मनोज सावर्गियार, एसडीपीओ निशा मुर्मू के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया जिसमे बैंक मोड़ और कतरास इंस्पेक्टर भी शामिल थे। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) रिषमा रमेशन सुपरविजन कर रही थी।
एसएसपी ने बताया कि पुलिस की टीम तमाम पहलुओं पर जांच कर रही थी। इधर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए एकत्रित हुए पांच अपराधी टीम के हत्थे चढ़ गए। गिरफ्तार अपराधियों ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी है।
गिरफ्तार आशीष और अजय जेल से लगातार सम्पर्क में थे। राहुल हाल ही में बिहार के बांका जेल से छूट कर आया था। पिछले दिनों तोपचांची में हुई ट्रक लूटकांड में नवल भी शामिल था।
एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि सारी योजना जेल के भीतर से बन रही थी। आपराधिक योजना बनाने में शामिल अमन सिंह के अलावा अन्य बंदियों को भी अभियुक्त बनाया गया है।
इस गिरोह से सम्पर्क रखने वालों और किसी भी रूप में सहयोग करने वालों पर पुलिस पैनी नजर रखे हुए है।
साथ ही उन्होंने कहा कि भय या किसी अन्य कारणों से कुछ व्यापारी धमकी मिलने के बाद भी पुलिस के सामने नहीं आते हैं या अपने स्तर से समझौता करने में लग जाते हैं।
उन्होंने व्यापारियों से अपील करते हुए कहा कि किसी तरह की अपराधिक गतिविधि हो, तत्काल पुलिस के वरीय अधिकारियों से संपर्क करें।
मुट्ठी भर अपराधियों का पुलिस नकेल कसने में सक्षम है। इसमें पुलिस को सभी का सहयोग चाहिए।