जींद/आगरा: हरियाणा के जींद और उत्तर प्रदेश के आगरा के कई छात्र यूक्रेन (Ukraine) में फंसे हुए हैं।
उनके परिजनों को उनके सुरक्षा की चिंता हो रही है और उन्होंने पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे अपने बच्चों को छात्रावासों से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी है।
जींद जिले के अर्बन एस्टेट निवासी अजित ने बताया कि उनका बेटा गौरव खारकीव में है और उसकी 28 फरवरी की उड़ान है और फिलहाल कोई उड़ान संचालित नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा,“बेटे से बृहस्पतिवार सुबह बातचीत हुई थी। वह छात्रवास में ही रुका हुआ है। बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी गई है। बेटा कह रहा है कि चिंता करने की बात नहीं है और वह भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क में है।”
एक अन्य व्यक्ति रामनिवास ने बताया कि उनकी बेटी प्रीति यूक्रेन के तरनोपिल शहर में है। उन्होंने बताया, “ उससे आज दोपहर को ही बात हुई है।
वहां फिलहाल हालात ठीक हैं लेकिन विद्यार्थियों को होस्टल से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी गई है।” उन्होंने बताया कि बेटी को एटीएम से पैसे निकालने और खाने पीने का सामान जमा करने को कहा गया है।
जिला उपायुक्त मनोज कुमार ने बताया कि जींद जिले के कितने छात्र यूक्रेन में हैं, इसकी कोई सूची नहीं है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभी तक कोई अभिभावक उनसे नहीं मिला है।
उत्तर प्रदेश के आगरा और उसके आसपास के इलाकों के भी कई छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं जो वहां मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए गए हैं। शहर के अवधपुरी में रहने वाले डॉ. गुलाब सिंह का बेटा रजत भी इस समय यूक्रेन में है।
उनका कहना है कि उनका बेटा छुट्टी पर आगरा आया था और 14 फरवरी को ही वापस यूक्रेन गया है।
उन्होंने बताया, “रजत से लगातार वीडियो कॉल के जरिए बात हो रही है। रजत के अनुसार जहां हमला हुआ है वहां से उसका शहर दूर है। रजत ने बताया है कि सुबह दो धमाकों की आवाज सुनी गई हैं।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस और यूक्रेन के बीच संकट पर बृहस्पतिवार को कहा कि पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीयों को वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन वहां विमान उतारने की स्थिति नहीं है।