नई दिल्ली: दशक की कम ब्याज दरों के साथ-साथ स्थिर संपत्ति की कीमतें वित्त वर्ष 2023 में आवास ऋण की वृद्धि को बढ़ावा देंगी।
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के अनुसार, स्थिर संपत्ति की कीमतों के साथ दशकों में देखी गई सबसे कम ब्याज दरों और कोविड की तीसरी लहर के कम असर से लोगों के लिए आवास ऋण के लिए बेहतर अवसर पैदा हुए हैं।
इंड -रा का मानना है कि बढ़ती भौगोलिक पैठ और आंशिक रूप से परिसंपत्ति मुद्रास्फीति के कारण किफायती आवास ऋण कंपनियों में जोरदार वृद्धि से वित्तवर्ष 2023 में ऋण वृद्धि के लिए बाजार में इजाफा हो सकता है।
इसके अलावा, कुछ राज्यों द्वारा स्टाम्प शुल्क दरों में दी जाने वाली रियायतें और क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी योजनाओं के माध्यम से सरकार की ओर से जारी आयकर छूट के साथ-साथ आवास ऋण लेने वालों को फायदा हुआ है।
इंड-रा ने वित्त वर्ष 2023 में इन कंपनियों को लेकर एक स्थिर रेटिंग भी दी है। महामारी के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक के तरलता उपायों ने आवास ऋण क्षेत्र के वित्तपोषण के लिए बैंकों के बीच प्रतिस्पर्धा को काफी बढ़ावा दिया है।
इसके अलावा राष्ट्रीय आवास बैंक पुनर्वित्त योजनाओं से मिले समर्थन से इन कंपनियों को काफी सहारा मिला है और अब वे अपनी कीमत पर उधार की लागत को वहन करने तथा कोई भी हल्का दबाव सहन की स्थिति में आ गई हैं।