कीव: यूक्रेन पर रूस के हमले के चौथे दिन वार्ता के लिए दोनों देश तैयार हो गए हैं। बेलारूस में रूस के साथ वार्ता के लिए आखिरकार यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने वार्ता के लिए सहमति जता दी है।
रूस ने रविवार को कहा कि यूक्रेन ने रूसी सैन्य अभियान को समाप्त करने के लिए बातचीत के लिए बेलारूस में एक टीम भेजने पर सहमत हो गया है।
कीव ने गोमेल क्षेत्र में नियोजित वार्ता की पुष्टि की है, जो रूस और यूक्रेन दोनों की सीमाओं के करीब है। यह जानकारी रूसी मुख्य वार्ताकार व्लादिमीर मेडिंस्की ने संवाददाताओं को दी है।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पूर्व संस्कृति मंत्री के सहयोगी मेडिंस्की ने कहा कि हम अब लाजिस्टिक्स और शिखर सम्मेलन के सटीक स्थान का निर्णय ले रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हम गारंटी देते हैं कि बातचीत को लेकर यात्रा मार्ग 100 प्रतिशत सुरक्षित होगा। हम यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल की प्रतीक्षा करेंगे।
पुतिन ने परमाणु हथियार बलों को किया अलर्ट
यूक्रेन पर जारी हमलों के बीच रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने रूसी परमाणु हथियार बलों को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन छोड़ने से किया इनकार: रूस के सैन्य अभियान के बीच देश छोड़कर जाने से यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इनकार कर दिया है और अपने देशवासियों से मजबूती के साथ डटे रहने की अपील की है।
जेलेंस्की ने कहा कि लड़ाई अभी जारी है और यह यूक्रेन का भविष्य निर्धारित करेगी। रूसी सेना की ओर से राजधानी कीव में किए गए हमलों में अपार्टमेंट की इमारत और पुलों और स्कूलों को भारी क्षति हुई है।
सुरक्षा परिषद की बैठक में यूएन महासभा के विशेष सत्र पर होगी चर्चा: यूक्रेन संकट पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई गई है।
इस बैठक में यूक्रेन मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में विशेष सत्र बुलाया जाए या नहीं। इसके लिए सुरक्षा परिषद के सदस्य देश वोट करेंगे।
इस मामले में सदस्य देशों को वीटो का अधिकार प्राप्त नहीं है। इस पर निर्णय लेने के लिए सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों में से 9 वोटों की आवश्यकता होती है। सूत्र ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के आपात विशेष सत्र को सोमवार को आयोजित करने का अनुरोध किया जाएगा।
रूस की वोटिंग पावर खत्म करने की मांग: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने दुनियाभर के देशों से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस की वोटिंग पावर को खत्म करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि रूसी कार्रवाई ‘नरसंहार’ पर आधारित है।
यूक्रेनी सैनिकों का खार्किव में पर पूर्ण नियंत्रण: खार्किव में सड़क पर रूस और यूक्रेनी सेना के बीच जारी जंग में यूक्रेन को बड़ी सफलता मिली है।
देश के दूसरे सबसे बड़े शहर में रूसी सैनिकों के साथ सड़क पर लड़ाई के बाद यूक्रेनी बलों ने खार्किव पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया है।
भारतीय छात्र मांग रहे मदद, माइनस 7 डिग्री तापमान में पैदल पहुंचे बॉर्डर पर: यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र घर वापसी के लिए मदद मांग रहे हैं।
यूक्रेन की पोलैंड और हंगरी से लगी सीमा पर अभी भी सैकड़ों भारतीय फंसे हुए हैं। यहां करीब -7 डिग्री तापमान के बीच छात्र बॉर्डर पर पहुंचे हैं।
युद्ध के बीच यूक्रेन में कई भारतीयों के पास शेल्टर, भोजन और पैसे की सुविधा नहीं है। उनके मोबाइल फोन भी बंद होने के कगार पर हैं।
रूस के हमले की वजह से यूक्रेन में करीब 16 हजार भारतीय फंसे हैं, जिनमें से अधिकतर छात्र हैं। भारत ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए शनिवार को ‘ऑपरेशन गंगा’ शुरू किया है।
बेलारूस पहुंचे रूस के प्रतिनिधि: रूस शनिवार को यूक्रेन से वार्ता के लिए राजी हो गया था। इसी क्रम में रविवार को रूस के प्रतिनिधि बेलारूस के गोमेल पहुंच गए हैं। रूस की सेना कीव से कुछ किलोमीटर दूर है।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए रूस का प्रतिनिधिमंडल बेलारूस पहुंच चुका है।
रूसी प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रपति प्रशासन सहित अन्य विभागों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल से यह वार्ता गोमेल में होगी। बेलारूस के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि गोमेल में रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता के लिए मंच तैयार है।
इस बीच यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में कहा गया है कि भारतीय प्रवासियों को सलाह दी जाती है कि वे मौजूदा हालात के मद्देनजर संघर्ष क्षेत्रों से दूर पश्चिमी क्षेत्र में चले जाएं।
यूक्रेन रेलवे अतिरिक्त रूप से कीव से आपातकालीन ट्रेनों का आयोजन कर रहा है। ट्रेनों के शेड्यूल के बारे में स्टेशनों पर जानकारी मिलेगी।
रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता का बयानः रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि युद्ध के दौरान सभी यूक्रेनी सैनिकों से सम्मान के साथ व्यवहार किया जा रहा है। दस्तावेजों को देखने के बाद उन्हें उनके परिवारों के पास भेज दिया जाएगा।
खारकीव में गैस पाइपलाइन को उड़ाया: रूसी सेना ने हमले के चौथे दिन खारकीव में प्रवेश करने के साथ ही गैस पाइपलाइन को उड़ा दिया है।
रूस की सेना लगातार आगे बढ़ती जा रही है। इसके साथ यूक्रेन में पुलों और इमारतों को नुकसान पहुंचा है।
रूस को उठाना पड़ा नुकसान: यूक्रेन ने दावा किया है कि 24 फरवरी से अब तक उसने रूस के 14 विमान, 8 हेलीकाप्टरों, 102 टैंकों, 536 बीबीएम, 15 भारी मशीनगनों और 1 बीयूके मिसाइल को नष्ट कर दिया है।
इसके साथ ही क्रेमलिन ने 3,500 से अधिक सैनिकों को भी खो दिया है। यूक्रेन में बहुत सारे आम नागरिक भी रूसी सेना के खिलाफ कमर कस चुके हैं।
यूक्रेन में इंटरनेट सेवा बहाल: एलन मस्क का कहना है कि उनकी कंपनी स्पेसएक्स की स्टारलिंक उपग्रह ब्राडबैंड सेवा यूक्रेन में सक्रिय हो गई है।
उन्होंने बताया कि कीव के एक अधिकारी ने टेक टाइटन से अपने संकटग्रस्त देश को स्टेशन उपलब्ध कराने का आग्रह किया था।
पड़ोसी देशों की शरण में यूक्रेनी नागरिक: रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले जारी रखने के कारण हजारों यूक्रेन के नागरिकों ने पड़ोसी देशों में शरण ली।
यूक्रेन से लोग अपना घर बार छोड़कर दूसरे देशों में पलायन कर रहे हैं। यूक्रेन से लगभग 01 लाख 20 हजार लोग पोलैंड, मोल्दोवा और अन्य पड़ोसी देश जा चुके हैं। रूसी हमले जारी रहने के कारण हजारों यूक्रेन के नागरिकों ने पड़ोसी देशों में शरण ली है।
रूस ने 4 देशों के लिए हवाई क्षेत्र बंद किया: रूस ने अपने हवाई क्षेत्र को लिथुआनिया, लातविया, एस्टोनिया और स्लोवेनिया के विमानों के लिए बंद कर दिया है।
रूस ने इन देशों द्वारा उठाए गए कदम के बाद ये फैसला लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मनी अपने हवाई क्षेत्र से रूस के लिए जाने वाली उड़ानों को रद्द करेगा।
एयर इंडिया का विमान भारत रवाना: यूक्रेन से भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए भारत ने ऑपरेशन गंगा चलाया है। इसी के तहत एयर इंडिया का एक और विमान 198 छात्रों को लेकर बुखारेस्ट से दिल्ली रवाना हो गया है।