रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को भी भाजपा विधायकों ने मॉब लिंचिंग के खिलाफ विधानसभा गेट के समक्ष प्रदर्शन किया।
इस दौरान भाजपा विधायक बरही के रूपेश पांडेय हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। भाजपा विधायक बिरंचि नारायण, अमर कुमार बाउरी, नवीन जयसवाल, समरी लाल सहित अन्य विधायक धरना पर बैठे हुए थे।
भाजपा विधायकों ने कहा कि हेमंत सरकार तबरेज की हत्या को तो मॉब लिंचिंग मानती है पर रूपेश पांडेय और संजू प्रधान की हत्या पर चुप्पी साधी हुई हैं।
भाजपा संचेतक दल के नेता बिरंची नारायण ने यह बातें कहीं। अनंत ओझा ने कहा है कि हेमंत सोरेन सरकार केवल राजनीतिक टूलकिट के रूप में मॉब लिंचिंग कानून का उपयोग कर रही है।
विधायकों ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि झारखंड में हेमंत सरकार उर्दू शाही नीति को लागू करने पर काम कर रही है लेकिन भाजपा विधायक ऐसा नहीं होने देंगे। हेमंत सरकार झारखंड को जाति और भाषा में बांटने का काम कर रही है।
दूसरी ओर विधानसभा की तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने देवघर मंदिर में व्याप्त अव्यवस्था का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि शिवरात्रि के दिन वह पूजा करने बाबा मंदिर गयी थी।
वहां उन्होंने देखा कि मंदिर परिसर में अव्यवस्था व्याप्त है। महिलाओं को कुचला जा रहा है। कई महिलाओं की साड़ी फंस गयी थी। अंबा ने कहा कि मैंने एसडीओ को बुलाया जिन्हें बाबा मंदिर में तैनात किया गया था लेकिन एसडीओ नहीं आए और यह कहा कि मैडम को ही यहां भेज दो। मैं नहीं आऊंगा। इस दौरान मेरे पीए को घसीटकर निकाला गया।
अंबा ने कहा कि यह सदन की गरिमा का अपमान है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। विधायक की बात को सुनने के बाद स्पीकर रविन्द्र नाथ महतो ने सरकार को निर्देश दिया कि एक्शन लीजिये।
अधिकारियों का मन बहुत बढ़ गया है। स्पीकर के नियमन के बाद संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि वह इसकी जांच कराकर कार्रवाई करेंगे। साथ ही कहा कि दोषी अधिकारी पर एक्शन लिया जाएगा।