मुंबई: मुंबई पुलिस ने दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व प्रबंधक दिवंगत दिशा सालियान के परिवार के सदस्यों को विभिन्न सोशल मीडिया मंच पर कथित तौर पर बदनाम करने के मामले में केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे तथा उनके विधायक बेटे नितेश राणे को उनके बयान दर्ज करने के लिए तलब किया है।
एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पुलिस ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-41ए के तहत भाजपा के मंत्री तथा उनके बेटे के खिलाफ नोटिस जारी किया और उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए पेश होने को कहा है।
उन्होंने बताया कि नोटिस के अनुसार, नितेश राणे को मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी के समक्ष तीन मार्च को और उनके पिता नारायण राणे को चार मार्च को पेश होने को कहा गया है।
दिशा सालियन ने उपनगरीय मलाड स्थित एक बहुमंजिला इमारत से आठ जून, 2020 को कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
इसके छह दिन बाद अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (34) उपनगरीय बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में फंदे पर झूलते हुए मृत मिले थे।
प्राथमिकी के अनुसार, केन्द्रीय मंत्री ने 19 फरवरी को एक संवाददाता सम्मेलन में सालियान की मौत के सिलसिले में कुछ दावे किए थे। इस दौरान उनके बेटे नितेश राणे भी वहां मौजूद थे।
अधिकारी ने बताया कि दिशा की मां वसंती सालियान की शिकायत पर पिता-पुत्र के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई।
इससे पहले वसंती सालियान ने महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग (एमएसडब्ल्यूसी) से सम्पर्क किया था और सालियान परिवार को विभिन्न सोशल मीडिया मंच पर बदनाम करने के लिए नारायण राणे, नितेश राणे और अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एमएसडब्ल्यूसी ने पुलिस से दिशा सालियन की मौत के बारे में गलत जानकारी फैलाने वाले सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक करने और इस संबंध में नारायण राणे और नितेश दोनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा था, जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई।