नयी दिल्ली: भारतपे से इस्तीफा देने वाले संस्थापक अश्नीर ग्रोवर ने कहा है कि फिनटेक कंपनी के निदेशक मंडल को उन्हें बदनाम करने की जगह अपना काम करना चाहिये।
अश्नीर से लिंक्ड इन पर पोस्ट करते हुये निदेशक मंडल को अपने खिलाफ दिये गये बयानों के लिये आड़े हाथ लेते हुये कहा, बोर्ड जल्द ही काम में जुट जाये।
एक शेयरधारक के रूप में मैं कंपनी के मूल्यांकन में आयी गिरावट से चिंतित हूं। मैं कंपनी और बोर्ड के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। कृपया आप अपना वास्तविक काम करें।
ग्रोवर ने आगे व्यंग्य करते हुये लिखा, सच है कि मेरी जीवनशैली आलीशान है। मेरे दोस्त खुले दिल से मुझे अपने घर आमंत्रित करते हैं, जहां मुझे जमीन पर सोने में भी दिक्कत नहीं होती है। और ऐसा तब होता है जब मैं सीरीज ई की 37 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाने के लिये अमेरिका या ब्रिटेन जाता हूं।
मेरा अधिकार है कि मैं आलीशान होटल में ठहरूं और कंपनी द्वारा क्रेडिट कार्ड से बिल का भुगतान करूं। जिन्होंने जमीन से किसी चीज को शुरू नहीं किया है वे कभी भी एक संस्थापक की मानसिकता को नहीं समझ सकते हैं। अश्नीर ने कहा कि भारतपे के बोर्ड द्वारा उनके खिलाफ की गयी बयानबाजी निजी नफरत और छोटी सोच का नतीजा है।
उन्होंने कहा,मुझे लगता है कि बोर्ड को यह याद कराने की जरूरत है कि निवेशकों ने मुझसे सी सीरीज के 10 लाख डॉलर के सेकंडरी शेयर, 25 लाख डॉलर के डी सीरीज के शेयर और 85 लाख डॉलर के ई सीरीज के शेयर खरीदे हैं।
मैं साथ ही यह भी जानना चाहता हूं कि अमरचंद, पीडब्ल्यूसी और एएंडएम में से किसने किसी के आलीशान जीवनशैली की ऑडिट करनी शुरू कर दी है। मेरी एक ही चीज सिर्फ आलीशान है और वह है मेरे सपने और कड़ी मेहनत से विपरीत परिस्थितियों में भी उन्हें हासिल करने की योग्यता।
गौरतलब है कि ग्रोवर के इस्तीफे के बाद भारतपे ने बुधवार को कहा कि कंपनी के पैसे का भारी दुरुपयोग अश्नीर, उनकी पत्नी माधुरी जैन और उनके रिश्तेदारों ने किया है। ये लोग खुद को अमीर बनाने और अपनी ऐय्याशियों को पूरा करने में कंपनी के पैसे का इस्तेमाल कर रहे थे।
अश्नीर ने भारतपे के निदेशक मंडल की बैठक से पहले ही मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था जबकि लगभग एक सप्ताह पहले उनकी पत्नी माधुरी जैन को कंपनी ने बर्खास्त कर दिया था।
भारतपे ने अपने बयान में कहा है कि अशनीर और उनके परिजनों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने का पूर्ण अधिकार उनके पास सुरक्षित है।
भारतपे ने अपने बयान में कहा था कि ग्रोवर परिवार और उनके रिश्तेदारों ने कंपनी के फंड का बहुत दुरुपयोग किया है। इन्होंने फर्जी वेंडर बनाया और उसके माध्यम से कंपनी के व्यय खाते से पैसा निकालते रहे।
इन्होंने खुद को अमीर बनाने और अपनी ऐय्याशी पूर्ण जिंदगी के खर्च को पूरा करने के लिये कंपनी के व्यय खाते का बहुत गलत इस्तेमाल किया।
कंपनी ने कहा कि निदेशक मंडल भारतपे की प्रतिष्ठा, इसके मेहनती कर्मचारियों और विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी की प्रतिष्ठा को ग्रोवर परिवार के निंदनीय बर्ताव से दांव पर नहीं लगाने देगा। भारतपे ने कहा कि अश्नीर के झूठ के पुलिंदे से उसे गहरी आपत्ति है।