बेगूसराय: बेगूसराय का स्टेशन रोड अब वरिष्ठ अधिवक्ता तथा समाजवादी विचारक जगन्नाथ प्रसाद रोड के नाम से जाना जाएगा।
नगर निगम द्वारा इसकी सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद रविवार को केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने इसका उद्घाटन किया।
मौके पर महापौर उपेंद्र प्रसाद सिंह, उपमहापौर राजीव रंजन, पूर्व महापौर आलोक कुमार अग्रवाल, नगर विधायक कुंदन सिंह समेत बड़ी संख्या में अधिवक्ता, भाजपा नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी मौजूद थे।
स्टेशन चौक से गांधी चौक तक के पथ का नामकरण करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत होने के कारण जगन्नाथ प्रसाद जी 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन से जुड़ गए।
अंग्रेजों के दमन को सहते हुए भूमिगत होकर अपनी भूमिका निभाई, काफी लम्बे समय तक अपने परिवार से दूर रहकर मातृभूमि की सेवा की।
1951 में विधि-व्यवसाय में आने के पूर्व जगन्नाथ बाबू ने नीलगढ़ एवं नावकोठी उच्च विद्यालयों में बतौर शिक्षक कार्य किया।
न्यायपालिका में फैले भ्रष्टाचार पर उनकी पुस्तक ‘यूटीसीएल डिशऑनेस्टी’ को विधिजगत में काफी सराहना मिली। 1974 में छात्र आंदोलन से जुड़े तथा मीसा बंदी के रूप में भागलपुर जेल में रहे।बेगूसराय जिले में कला और संस्कृति के विकास में भी इनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है।
अपने उसूलों के पक्के रहे जगन्नाथ बाबू ने कभी किसी पद या सम्मान की लालसा में अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया।
कर्पूरी ठाकुर मंत्रिमंडल ने उन्हें बेगूसराय का लोकअभियोजक नियुक्त किया था, लेकिन सरकार गिरते ही उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया। ऐसे विरले ही लोग होते हैं, आज वह हम सबके बीच नहीं हैं, लेकिन सदैव-सदैव के लिए अमर रहेंगे।