रांची: रांची के नामकुम थाना पुलिस ने डीएसपी और इंस्पेक्टर बता कर रामपुर चौक स्थित गढा ढाबा में कार्यरत कर्मियों के साथ मारपीट कर पैसे की वसूली करने के मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
आरोपितों में ओरमांझी थाना के महुआ टोली निवासी जहांगीर खान उर्फ लाडुल और पिठोरिया थाना के कुम्हारिया टोली निवासी फिरोज खान शामिल है।
ग्रामीण एसपी नौशाद आलम शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि एक उजला रंग का बोलेरो वाहन पर सवार तीन व्यक्ति अपने आप को पुलिसकर्मी बताकर रामपुर चौक स्थित गढ़ा ढाबा में कार्यरत कर्मियों के साथ मारपीट कर 17 हजार नगद लेकर अगले दिन 12 हजार और तैयार रखने की बात बोल कर वहां से चले गए।
दूसरे दिन सुबह बोलेरो सवार तीन व्यक्ति फिर गढ़ा ढाबा पहुंचकर पैसे की मांग करने लगे। इसी क्रम में ढाबा के कर्मचारी ने तीनों व्यक्ति में से एक का मोबाइल छीन लिया ।
इसकी सूचना ढाबा के कर्मचारी ने नामकुम थाना को देते हुए एक लिखित आवेदन दिया। एसपी ने बताया कि इसी आधार पर नामकुम थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई और नकली पुलिसकर्मी बनकर पैसे की वसूली करने वाले अपराधियों के गिरफ्तारी के लिए डीएसपी मुख्यालय नीरज कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तकनीकी सहयोग से घटना में शामिल अपराधी रघु सिंह को पहले गिरफ्तार किया और उसे पूर्व में ही जेल भेज दिया गया।
पूछताछ के बाद अन्य दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार मुख्य आरोपित जहांगीर खान अपने आप को डीएसपी बताकर और फिरोज बड़ा बाबू बता कर रामपुर चौक स्थित ढाबा से डरा धमका कर रंगदारी लिया था।
एसपी ने बताया कि दोनों ने पूछताछ में बताया कि इनके द्वारा पूर्व में भी अपने आप को पुलिस बता कर व्यापारियों से पैसा ऐंठने का काम किया जाता रहा है।
इनके पास से एक बोलेरो वाहन भी बरामद किया गया है। एसपी ने बताया कि जहांगीर खान के खिलाफ पिठौरिया और ओरमांझी थाने में पूर्व से मामला दर्ज है। पिठौरिया थाना से वह जेल से कुछ दिनों पूर्व ही जमानत है छूट कर बाहर आया था।