नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले ही दिल्ली में एक नए चुनाव की तैयारियां चल रही हैं।
दिल्ली में नगर निगम चुनाव की घोषणा किसी भी वक्त हो सकती है, ऐसे में दिल्ली कांग्रेस अपनी रणनीति की चर्चा करने और किस तरह दिल्ली में फतह हो इसको लेकर आज राहुल गांधी के आवास पर बैठक की जा रही है।
शनिवार सुबह शुरू हुई बैठक में चुनाव पर चर्चा करने के लिए राहुल गांधी साथ दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी, कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल, शक्ति सिंह गोहिल, अजय माकन, अरविंद सिंह लवली, देवेंद्र यादव, सुभाष चोपड़ा, जय प्रकाश अग्रवाल, हारून यूसुफ, उदित राज, राजेश लिलोठिया, जय किशन, अभिषेक दत्त, अली महंदी और मुदित अग्रवाल भी शामिल हैं।
दरअसल दिल्ली के तीनों नगर निगमों पर बीजेपी का कब्जा है, लगातार तीसरी निगम चुनाव भाजपा ने जीतें हैं, लेकिन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इस बार सत्ता में आने की कोशिश करने में जुटी हुई है।
वहीं अप्रैल महीने में दिल्ली के तीनों निगमों दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
दिल्ली के 70 विधानसभाओं में से 2 विधानसभाओं को छोड़कर 68 विधानसभा के वोट डलते हैं. जिन दो विधानसभाओं को दिल्ली नगर निगम में शामिल नहीं किया गया है, उनमें नई दिल्ली विधानसभा और दिल्ली कैंट विधानसभा है। इसलिए नगर निगम चुनाव भी लगभग पूरी तरह से विधानसभा चुनाव की तरह कराने पड़ते हैं।