भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शहरों, कस्बों और ग्रामों को स्वच्छ रखने वाले सफाई मित्र मेरे लिए पूज्यनीय हैं।
सफाई मित्रों के पसीना बहाने के फलस्वरूप ही स्वच्छता बनी रहती है। यह सबसे बड़ा काम है। यदि सफाई मित्र यह काम न करें, तो शहर बीमार हो जाएंगे।
इनका सेवा भाव प्रशंसनीय है। उन्होंने घोषणा की कि सफाईकर्मियों को राज्य सरकार हर माह 150 रुपये जोखिम भत्ता देगी। स्वच्छता सर्वेक्षण में शहरों की रैंकिंग के आधार पर सफाई कर्मी को सम्मान निधि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने शनिवार को अपने जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में यह बातें कही। उन्होंने मोतीलाल नेहरू विज्ञान महाविद्यालय खेल मैदान में सफाई मित्रों को भोजन परोसा, उनका सम्मान किया।
सार्वजनिक कार्यक्रम में दो सफाई मित्रों छोटेलाल और निर्मलाबाई के पैर धोकर (पाद प्रक्षालन कर) उनके साथ बैठकर भोजन भी किया। मुख्यमंत्री ने कन्याओं के पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में कचरा मुक्त शहर के लिए स्टार रेटिंग के आधार पर सफाई मित्रों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
इसके लिए चार पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। साथ ही सफाई मित्र को प्रतिमाह 150 रुपये का जोखिम भत्ता भी दिया जाएगा। पुरस्कारों के लिए 25 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सफाई मित्रों का मैं हृदय से सम्मान करता हूं। आज का कार्यक्रम सिर्फ कर्मकाण्ड नहीं है।
सफाई मित्रों ने अपनी मेहनत से प्रदेश के ग्रामों, नगरों और कस्बों को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में पूरा सहयोग दिया है इसलिए आज सफाई मित्रों को सेवा सम्मान दिया जा रहा है
प्रधानमंत्री मोदी हैं प्रेरक
मुख्यमंत्री शिवारज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वच्छता के मामले में हम सभी के प्रेरक हैं। शहरों के साथ ही सभी स्थानों में स्वच्छता और सुंदरता का महत्व है। बापू (महात्मा गांधी) ने भी कहा था कि जहां स्वच्छता होती है वहीं भगवान रहते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में स्वच्छता अभियान चलाया है। उनके आव्हान पर देशवासी सार्वजनिक स्वच्छता के महत्व को समझकर अपने आस-पास और अपने ग्राम, नगर को स्वच्छ बनाए रखने का पूरा प्रयत्न करते हैं।
उन्होंने कहा कि सफाई मित्रों के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई सहित अन्य कठिनाइयों को दूर करने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए पृथक से समस्याओं का अध्ययन कर समाधान की राह निकालेंगे।
स्टार रेटिंग पर एक से सात हजार रुपये की राशि मिलेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में कचरा मुक्त शहर के सफाई मित्रों को स्टार रेटिंग के आधार पर पुरस्कार राशि दी जाएगी।
इन पुरस्कारों में एक स्टार प्राप्त करने वाले शहरों के प्रत्येक सफाई मित्र को एक हजार, तीन स्टार प्राप्त करने वाले शहरों के प्रत्येक सफाई मित्र को तीन, पांच स्टार प्राप्त करने वाले शहरों के प्रत्येक सफाई मित्र को पांच हजार और सात स्टार प्राप्त करने वाले शहरों के प्रत्येक सफाई मित्र को सात हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। सफाई मित्रों के लिए प्रतिवर्ष 12 करोड़ रुपये की राशि जोखिम भत्ते पर व्यय होगी।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक सफाई मित्र अपने शहर को 5 स्टार या 7 स्टार दिलवाने का प्रयास करें। नागरिक भी सहयोग करें। हमारे सफाई कर्मी अब हमारे सफाई मित्र हैं और ये सफाई मित्र के नाम से ही पहचाने जाएंगे।
कार्यक्रम में बताया गया कि नगरीय क्षेत्रों में कचरे के प्रबंधन के लिए गारबेज फ्री सिटी की अवधारणा पर वर्ष 2020 से स्वच्छ भारत में अमल किया जा रहा है।
इसके लिए नगरों के मूल्यांकन मानदंड निर्धारित हैं। इसमें कचरे के प्रबंधन के स्तर के अनुसार 1, 3, 5 और 7 स्टार की रैंक नगरीय निकायों को प्रदान की जाती है।
इसमें घर से निकलने वाले कचरे का संग्रहण, परिवहन, प्र-संस्करण और वैज्ञानिक ढंग से निपटान को प्रमुख आधार बनाया गया है।
इसके अलावा व्यावसायिक और आवासीय इलाकों में प्रतिदिन झाड़ू लगाने, नगरीय क्षेत्रों के जल संरचनाओं की सफाई, उद्यानों के विकास और निर्माण का परीक्षण किया जाता है।
प्रदेश में इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल, रीवा और सागर में विभिन्न तरह के 61 हजार 142 सफाई मित्र कार्य कर रहे हैं।
खुले में शौच की समस्या से मुक्त होकर स्वच्छता के अभियान को आगे बढ़ाते हुए ओडीएफ प्लस के साथ ही वॉटर प्लस के मानदंड भी तय किए गए हैं।
वॉटर प्लस प्राप्त करने के लिए निकायों को प्रदान किए गए जल प्रदाय को 100 प्रतिशत उपचारित कर 25 प्रतिशत पुन: उपयोग सुनिश्चित करना होता है।