रांची: प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने दस मार्च को बंद का ऐलान किया है।
बंद बिहार के मगध प्रमंडल और झारखंड के उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर और पलामू प्रमंडल में बुलाया गया है।
इस संबंध में बिहार-झारखंड के प्रवक्ता मानस ने मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी की है।
जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि भाकपा माओवादी संगठन ने रूस साम्राज्यवाद द्वारा युक्रेनिया पर की जा रही बममारी पर चिंता जतायी है।
बिहार-झारखंड में लगातार पुलिसिया कार्रवाई को जनविरोधी बताया
साथ ही भारत सरकार की ओर से लगातार तीन माह से अबतक नौ बार बिहार के गया-औरंगाबाद सीमा पर स्थित पंचरुखिया दुमुहान के जंगल में और झारखंड के लोहरदगा- गुमला सीमा पर स्थित बुलबुल जंगल में 20 दिनों तक अपने ही देश की जनता पर की जा रही लगातार बमबारी के खिलाफ 10 मार्च को बिहार के मगध प्रमंडल और झारखंड के उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर और पलामू प्रमंडल में बंद का सफल बनाने का आह्वान किया गया है।
प्रवक्ता मानस ने बिहार-झारखंड में लगातार पुलिसिया कार्रवाई को जनविरोधी बताया है।
माओवादियों ने बंद के दौरान दूध, पानी, दवा, एंबुलेंस, अग्निशमण दस्ते जैसी आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा है।
बंद को सफल बनाने के लिए आम लोगों से अपील
माओवादी प्रवक्ता ने बंद को सफल बनाने के लिए आम लोगों से अपील की है, साथ ही किसानों से लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर मुखर बनने का आह्वान भी किया है।
बंद की सूचना मिलते ही पुलिस मुख्यालय की ओर से झारखंड के उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर और पलामू प्रमंडल के डीआईजी को विशेष रुप से अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।
साथ ही इन प्रमंडलों के एसपी को भी विशेष सर्तकता बरतने का निर्देश दिया गया है।